धर्म का अर्थ है आचरण : आचार्य देव कृष्ण
भक्ति धारा गौसेवा ट्रस्ट की ओर से श्रीमद गौ भागवत कथा के द्वितीय दिवस आचार्य धर्मबीर प्रसाद वेदपाठी के सानिध्य में कथा व्यास आचार्य देव कृष्ण शौनक महा ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, रोहतक : भक्ति धारा गोसेवा ट्रस्ट की ओर से श्रीमद गौ भागवत कथा के द्वितीय दिवस आचार्य धर्मबीर प्रसाद वेदपाठी के सानिध्य में कथा व्यास आचार्य देव कृष्ण शौनक महाराज ने कथा सुनाई। कथा के मुख्य अतिथि सतीश नांदल वरिष्ठ भाजपा नेता व विशिष्ट अतिथि जसबीर अहलावत चेयरमैन रहे। इस अवसर पर अतिथियों के अलावा डा. आशीष असीजा, डा. करण भुटानी, डा. अंशुल गुप्ता, डा. विनोद जांगड़ा, डा. विनीत वर्मा एवं डा. अमित आहूजा को भी सम्मानित किया गया। कथा व्यास शौनक ने कहा कि हमारे देश की संस्कृति का निर्माण करने वाले तीन सोपान है पहला अध्यात्म, दूसरा सोपान है जीवन एवं तीसरा सोपान है धर्म। हमारे देश में पिछले हजारों सालों से धर्म का अर्थ है आचरण। हमारे देश के छोटे से छोटे बच्चे को भी पता होता है कि धर्म यानि कि कर्तव्य। अत: हम सभी को अपने धर्म का पालन भली-भांति करना चाहिए। गौ माता की महिमा का वर्णन करते हुए उन्होंने ने कहा कि गौमाता हर युग में आत्मिक एवं आर्थिक समृद्धि का आधार रही है। गौ माता की सेवा करने पर सांसारिक बंधनों से मुक्ति का मार्ग खुल जाता है तो वहीं आर्थिक संपन्नता आती है। आयोजन समिति के प्रधान मनीष जैन ने बताया कि कथा में भक्तों ने उत्साह से सहभागिता की। कलाकारों ने लीलाधारी भगवान की मनोहारी झांकी प्रस्तुत कर भक्तों का मन मोह लिया। इस अवसर पर समाजसेवी गोबिद राम सिघल, सुभाष गुप्ता, डा. गोपाल कृष्ण, ओमप्रकाश सुहाग, नरेंद्र मेहतानी, संजय मलिक, विनोद कृष्ण शास्त्री, पुनीत शांडिल्य, गौरव गुप्ता, अंकित दूहन, हरिओम वशिष्ठ, नवीन आजाद, नवीन वशिष्ठ, देवेंद्र, बीना कौशिक, लोविना सिगला, उमा गोयल, आशा गर्ग, सुनीता जागलान आदि सम्मिलित हुए।

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