एमडीयू कुलपति का पुतला जलाकर बढ़ी फीस का किया विरोध
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) प्रशासन की ओर से बढ़ाई गई विभिन्न फार्म की फीस को लेकर इंडियन नेशनल स्टूडेंट आर्गेनाइजेशन (इनसो) ने सोमवार को रोष जताया है। संगठन के यूनिवर्सिटी इंचार्ज प्रदीप शर्मा ने कहा कि नववर्ष पर एमडीयू प्रशासन के निर्णय से विद्यार्थियों पर दोहरी मार पड़ रही है। यूनिवर्सिटी बंद होने से जहां पढ़ाई का नुकसान हो रहा है वहीं विभिन्न फीस को दोगुना कर दिया गया है।

जागरण संवाददाता, रोहतक : महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) प्रशासन की ओर से बढ़ाई गई विभिन्न फार्म की फीस को लेकर इंडियन नेशनल स्टूडेंट आर्गेनाइजेशन (इनसो) ने सोमवार को रोष जताया है। संगठन के यूनिवर्सिटी इंचार्ज प्रदीप शर्मा ने कहा कि नववर्ष पर एमडीयू प्रशासन के निर्णय से विद्यार्थियों पर दोहरी मार पड़ रही है। यूनिवर्सिटी बंद होने से जहां पढ़ाई का नुकसान हो रहा है वहीं विभिन्न फीस को दोगुना कर दिया गया है। विवि प्रशासन के इस निर्णय की इनसो निदा करता है।
इनसो ने कुलपति प्रो. राजबीर का पुतला फूंक कर बढ़ाई गई फीस का विरोध किया। इनसो पदाधिकारी ने आरोप लगाया कि विवि प्रशासन ने लाकडाउन के दौरान एमडीयू कैंपस के हजारों पेड़ों को बेच दिया। अब विद्यार्थियों के जेब पर डाका डालने का तुगलकी फरमान जारी कर दिया गया। इससे खासकर आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों की पढ़ाई पर असर पड़ेगा। महामारी के दौर में परिवारों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। विवि के इस आदेश को लागू नहीं होने दिया जाएगा, इसके लिए इनसो कार्यकर्ता संघर्षरत रहेंगे।
पांच हजार की फीस बढ़ाकर की 10 हजार रुपये
इनसो पदाधिकारियों ने बताया कि परीक्षा केंद्र बदलने की फीस पांच हजार रुपये से बढ़ाकर 10 हजार रुपये, स्पेशल प्रेक्टिकल परीक्षा फीस दो हजार रुपये से बढ़ाकर चार हजार रुपये, डुप्लीकेट डिग्री 500 रुपये से एक हजार रुपये, डुप्लीकेट डीएमसी 300 से बढ़ाकर 600 रुपये, कन्फीडेंशल रिजल्ट फीस 500 से एक हजार रुपये, री-चेकिंग और री-इवैल्यूएशन 300 रुपये से बढ़ाकर 600 रुपये, ट्रांस्क्रिप्ट फीस 200 से 500 रुपये प्रति डीएमसी, विषय चेक फीस 300 रुपये से बढ़ाकर 500 रुपये तक बढ़ाई गई है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।