मनोरोग विभाग को अब ब्लैक फंगस वार्ड बनाने की तैयारी
ब्लैक फंगस केवल पोस्ट कोविड सिड्रोम नहीं है कोरोना संक्रमण के दौरान भी मरीज इसके शिकार हो रहे हैं। पीजीआइएमएस में ऐसे करीब 15 मरीज हैं जो कोरोना के दौ ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, रोहतक: ब्लैक फंगस केवल पोस्ट कोविड सिड्रोम नहीं है, कोरोना संक्रमण के दौरान भी मरीज इसके शिकार हो रहे हैं। पीजीआइएमएस में ऐसे करीब 15 मरीज हैं, जो कोरोना के दौरान ब्लैक फंगस से भी जूझ रहे हैं। फिलहाल ये मरीज पीजीआइएमएस के चार अलग-अलग कोविड वार्डों में भर्ती हैं। क्योंकि कोविड पॉजिटिव होने के चलते इन्हें ब्लैक फंगस स्पेशल आठ और 11 वार्ड में नहीं रखा जा सकता। ऐसे में अब मनोरोग विभाग में बनाए गए कोविड वार्ड को ब्लैक फंगस में तब्दील किए जाने की तैयारी चल रही है। कोरोना के साथ ब्लैक फंगस से जूझ रहे मरीजों को यहां पर रखा जाएगा।
-123 हुए ब्लैक फंगस के मामले, शुक्रवार को एक की मौत
पीजीआइएमएस में शुक्रवार को चार नए केस सामने आने के साथ ही अब यहां ब्लैक फंगस के मामलों की संख्या 123 हो गई है। वहीं, सोनीपत निवासी 45 वर्षीय व्यक्ति की मौत भी हो गई। वहीं, पीजीआइएमएस में अब भर्ती करोना मरीजों की संख्या घटकर सिर्फ 153 रह गई है, जिसमें 42 मरीज वेंटिलेटर पर हैं।
-पांच मरीजों के हुए ऑपरेशन
ब्लैक फंगस से जूझ रहे मरीजों का ऑपरेशन भी चिकित्सकों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। ऑपरेशन से पहले ऐसे मरीजों की शुगर को कंट्रोल करना ही बड़ा मुश्किल कार्य है। वीरवार को भी ब्लैक फंगस के पांच मरीजों के ऑपरेशन किए गए। ऑपरेशन के लिए कुछ अन्य मरीजों को भी वेटिग में रखा गया है।
-दवा की कमी पड़ रही भारी
पीजीआइएमएस को डिमांड के अनुरूप ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए दवा उपलब्ध नहीं हो पा रही है। पीजीआइएमएस को कभी 100 तो कभी 200 डोज से ही काम चलाना पड़ रहा है। दवा की कमी मरीजों के जीवन को खतरे में डाल रही है। जो मरीज बिना ऑपरेशन रिकवरी करने की स्थिति में होते हैं, समय पर दवा न मिलने पर उनकी भी हालत बिगड़ जाती है।
वर्जन
ईएनटी विभाग ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए दिन-रात पूरी मेहनत से कार्य कर रहा है। अभी संस्थान में करीब 123 ब्लैक फंगस के मरीज भर्ती हैं। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को सोनीपत के रहने वाले 45 वर्षीय युवक की ब्लैक फंगस से मृत्यु हुई है। शुक्रवार को पांच ब्लैक फंगस के मरीजों के ऑपरेशन किए गए हैं और मरीजों की जरूरत के हिसाब से उनके ऑपरेशन किए जा रहे हैं ।
डा.गजेंद्र सिंह, कार्यकारी इंचार्ज जनसंपर्क विभाग, पीजीआइएमएस, रोहतक।

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