पीजीआइ में भी ई-संजीवनी पोर्टल पर मरीजों का होगा उपचार
पंडित भगवत दयाल शर्मा पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में मरीजों का उपचार कराने और कोविड संक्रमण की गति को रोकने के लिए ई-संजीवनी पोर्टल पर उपचार कराने के निर्देश दिए हैं।
जागरण संवाददाता, रोहतक : पंडित भगवत दयाल शर्मा पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (पीजीआइएमएस) में अधिक से अधिक मरीजों का उपचार कराने और कोविड संक्रमण की गति को रोकने के लिए ई-संजीवनी पोर्टल पर उपचार कराने के निर्देश दिए हैं। कुलपति के निर्देश पर पीजीआइ की मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डा. पुष्पा दहिया ने सभी विभागाध्यक्षों को योजना बनाने के निर्देश दिए हैं।
केंद्रीय परिवार एवं स्वास्थ्य कल्याण मंत्रालय ने कोविड महामारी के कारण अस्पतालों में भीड़ एकत्रित होने से रोकने और मरीजों को घर बैठे उपचार की सुविधा देने के लिए ई-संजीवनी पोर्टल का शुभारंभ किया था। पोर्टल पर मरीज को मोबाइल नंबर पंजीकृत करते हुए संबंधित अस्पताल के विभाग में अपनी समस्या बतानी होगी। इसके बाद चिकित्सक ऑनलाइन ही मरीज को परामर्श देगा। अभी तक डेंटल कालेज में प्राचार्य डा. संजय तिवारी ने ही इस योजना को शुरू किया है। यह काफी हद तक सफल भी रही है। जिसके चलते अब हेल्थ विवि के कुलपति डा. ओपी कालरा ने पीजीआइ में भी ई-संजीवनी पोर्टल शुरू करने के निर्देश दिए। हालांकि अभी तक पीजीआइ प्रशासन ने इस संबंध में कोई ठोस योजना नहीं बनाई है, लेकिन मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डा. पुष्पा दहिया ने सभी विभागाध्यक्ष को योजना बनाते हुए शीघ्र ही रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
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