जिले में श्रद्धा भाव से मनाया गुरु गोबिद सिंह का प्रकाश उत्सव
गुरु गोबिद सिंह का प्रकाश उत्सव जिला में श्रद्धा भाव के साथ मनाया गया। गुरु गोबिद सिंह के प्रकाश उत्सव को लेकर तमाम गुरुद्वारे रंग बिरंगी लाइटों व फूलों से सजाए गए।
जागरण संवाददाता, रोहतक :
गुरु गोबिद सिंह का प्रकाश उत्सव जिला में श्रद्धा भाव के साथ मनाया गया। गुरु गोबिद सिंह के प्रकाश उत्सव को लेकर तमाम गुरुद्वारे रंग बिरंगी लाइटों व फूलों से सजाए गए। वहीं, गुरुद्वारा बंगला साहिब में शहर अलावा दूर से भी संगत पहुंची। सुबह से दोपहर बाद तक कीर्तन हुआ। बंगला साहिब गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार अवतार सिंह कोचर ने बताया कि गुरु गोबिद सिंह का प्रकाश उत्सव गुरुद्वारा परिसर में श्रद्धा भाव से मनाया गया। दिल्ली से आए रागी जत्थे सरदार त्रिलोक सिंह ने कीर्तन में गुरु बाणी सुनाकर संगत को निहाल कर दिया। वहीं, कथा वाचक जतिद्र सिंह ने भी कथा के माध्यम से गुरु की महिमा बताई। उन्होंने बताया कि गुरु गोबिद सिंह का जीवन बिजली की तरह रहा। जिसकी उम्र तो बहुत कम होती है लेकिन उसमें गर्जना व चमक बहुत ज्यादा होती है। उन्होंने जुल्म के खिलाफ आवाज उठाई। जफरनामा लिखा। उन्होंने औरंगजेब को कहा कि क्या हुआ जो उनके चार पुत्र शहीद कर दिए। लेकिन उनका पुत्र खालसा जिदा है। उन्होंने खालसा पंथ की स्थापना की और सभी को एक जोत का उपासक बनाया। गुरु गोबिद सिंह ऐसी शख्सियत थे जिन्होंने गरीब व कमजोर वर्गाें को भक्ति के साथ शक्ति, बाणी के साथ बाणा, माला के साथ भाला पकड़ाया। उन्होंने समाज में ऊंच नीच, घृणा, भेदभाव को समाप्त करने के लिए खालसा पंथ की स्थापना की। दोपहर बाद गुरु का अटूट लंगर भी लगाया गया। जहां पर संगत ने प्रसाद ग्रहण किया। वहीं, शाम को भी कीर्तर दरबार सजाया गया और आतिशबाजी कर खुशियां मनाई गई। गतका पार्टी ने दिखाए जौहर :
कोविड-19 के चलते इस बार गुरुद्वारा बंगला सहिब की ओर से नगर कीर्तन नहीं निकाला गया। ऐसे में गुरुद्वारा परिसर में ही गतका पार्टी के सदस्यों ने अपनी शस्त्र विद्या का प्रदर्शन किया। सदस्या ने इस दौरान अपनी शस्त्र विद्या के जौहर भी दिखाए। गतका पार्टी में बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक शामिल रहे। सभी ने अपने करतब दिखाए। यहां भी मनाया प्रकाश उत्सव :
इसके अलावा लाखन माजरा स्थित गुरुद्वारा मंजी साहिब, पुरानी सब्जी मंडी के पास स्थित गुरुद्वारा टिकाणा साहिब, सुभाष नगर स्थित गुरुद्वारा, शिवाजी कालोनी स्थित गुरुद्वारा, पटेल नगर स्थित बहादुर सिंह गुरुद्वारा, करतारपुरा स्थित गुरुद्वारा आदि तमाम गुरुद्वारों में भी गुरु गोविद सिंह का प्रकाश उत्सव मनाया गया।