कौन हैं SI अमर कटारिया? कंगना की फिल्म इमरजेंसी में बने हैं राष्ट्रपति, इंस्टाग्राम पर भी लाखों फॉलोअर्स
बॉलिवुड एक्ट्रेस कंगना रणौत की फिल्म इमजेंसी का पंजाब में कई शहरों में विरोध हुआ। इसे सिनेमाघरों में चलाने से रोक दिया गया। इतना ही नहीं कई जगहों पर इ ...और पढ़ें

विनोद जोशी, रोहतक। बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रानौत की फिल्म इमरजेंसी 17 जनवरी को देशभर में रिलीज हो चुकी है। इसमें उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का रोल निभाया है।
खास बात यह है कि इस फिल्म में रोहतक के एसआई अमर कटारिया ने भी पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का रोल निभाया है। वह बड़े पर्दे पर देशभर में छाए हुए हैं।
अमर कटारिया के इंस्टाग्राम पर लाखों फालोवर हैं और सड़क सुरक्षा को लेकर लोगों को जागरूक करते रहते हैं।
इमरजेंसी फिल्म में 1984 में हुए दंगों की सच्चाई दिखाई गई है। एसआई अमर कटारिया का कहना है कि फिल्म काफी अच्छी है और एक बार पंजाब के लोगों को भी जरूर देखनी चाहिए। इसके बाद वह अपना फैसला ले सकते है।
रोहतक के शिवाजी रॉलोनी में है एसआई के पद पर तैनात
वर्तमान में रोहतक के शिवाजी कॉलोनी थाना में एसआई के पद पर तैनात अमर कटारिया 1991 में पुलिस विभाग में सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे।
इसके बाद उन्होंने सड़क सुरक्षा को लेकर काफी जागरूकता फैलाई। धीरे-धीरे आगे बढ़ते चले गए और कई सीरियलों में भी महत्वपूर्ण रोल निभा चुके हैं।
'सावधान इंडिया', 'क्राइम पेट्रोल' व 'जिंदगी की महक' जैसे प्रसिद्ध सीरियलों में कटारिया मुख्य रोल निभा चुके हैं। यह इंस्टाग्राम पर भी काफी फेमस हैं।
अगर कोई भी बिना हेलमेट के दिखाई देता है तो उसे पहले तो जागरूक करते हैं उसके बाद उसे फ्री में हेलमेट देते हैं। इनका रीतिक कटारिया के नाम से इंस्टाग्राम पर पेज भी है।
अभी तक नहीं हुए विभाग से सम्मानित
एसआई को अभी तक विभाग की तरफ से सम्मानित नहीं किया गया है और न ही जिला स्तर पर कभी सम्मानित हुए। उनकी ज्यादातर ड्यूटी फरीदाबाद बिजली निगम व रोहतक में रही है।
कटारिया को सीरियल व फिल्म में रोल के लिए विभाग से छुट्टी लेकर जाना पड़ता था, जिसमें कम समय में ही बेस्ट रोल करना होता था। इसीलिए एक से दो बार में ही वह अपना कार्य खत्म कर वापस ड्यूटी पर आ जाते थे।
2018 में लगा था बड़ा झटका
एसआइ कटारिया ने बताया कि मार्च 2018 में सिविल लाइन थाना की पुलिस चौकी मॉडल टाउन में 31 मार्च 2018 में वह ड्यूटी पर तैनात थे। तभी साले का लड़का दीपक हुड्डा बाइक लेकर वहां से जा रहा था और उसने हेलमेट भी नहीं पहन रखा था।
भतीजे की बाइक को वहीं खड़ा कर लिया और घर से हेलमेट लाने को बोला, इसके बाद ही बाइक से जाने दिया। इसके 30 मिनट बाद ही सूचना मिली कि दीपक की सड़क हादसे में मौत हो गई।
भतीजे की मौत का कारण यही था कि उसने गलत दिशा में ड्राइविंग की और हेलमेट भी नहीं पहन रखा था। इसके बाद से ही जागरूकता अभियान चलाया और इंस्टाग्राम के माध्यम से भी लोगों को जागरूक किया।

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