'मेरा नाम तो नहीं', एक दूसरे से पूछते दिखे पटवारी; नायब सरकार ने जारी की भ्रष्ट पटवारियों की सूची, मचा हड़कंप
हरियाणा सरकार ने भ्रष्ट पटवारियों की सूची जारी की है जिसमें रोहतक के पांच पटवारी भी शामिल हैं। इन पटवारियों पर गंभीर आरोप हैं जैसे कि रिश्वत लेना जमीन के मामलों में धोखाधड़ी करना और बाहरी व्यक्तियों से सांठगांठ करना। सरकार ने इन पटवारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। सरकार से इस सूची पर रोक लगाने की मांग की है।

जागरण संवाददाता, रोहतक। सरकार ने प्रदेश के भ्रष्ट पटवारियों की सूची जारी की है। इससे तहसील में हडकंप मच गया है। आपस में एक-दूसरे से पटवारी पूछते दिखे कि मेरा नाम तो नहीं। हालांकि, सूची देखने के बाद उन्हें राहत मिली। वहीं, सरकार की इस सूची में रोहतक के भी पांच पटवारी शामिल हैं। अब इनके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।
दूसरी ओर, पटवार एवं कानूनगो एसोसिएशन के राज्य प्रधान ने सरकार से इस सूची पर रोक लगाने की मांग की। यह भी दावा किया है कि इस प्रकरण में जल्द बैठक बुलाएंगे और बैठक करके आगामी निर्णय करेंगे।
प्रदेश सरकार की तरफ से भ्रष्ट पटवारियों की लिस्ट जारी होने के बाद रोहतक, सांपला, महम तहसीलों के साथ ही कलानौर सब तहसील में भी हड़कंप की स्थिति है।
जिन भ्रष्ट पटवारियों की सूची जारी की है, उनमें रोहतक जिले के राहुल छिप्पी, संजय लुहार, संदीप बूरा, संदीप दलाल, वेद प्रकाश शामिल हैं। हालांकि तहसील प्रशासन का कहना है कि हमारे पास अभी इस तरह की सूची नहीं आई है, सूची आने के बाद सरकार के आदेशानुसार सख्त कार्रवाई करेंगे।
इस तरह से भ्रष्टाचार को दे रहे थे अंजाम
राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग चंडीगढ़ ने जो सूची जारी की है, उसमें बेहद गंभीर आरोप हैं। पटवारी राहुल शहर-1 में सितंबर 2024 से तैनात हैं। वसीका नवीस बेदू व सेक्टर-2 निवासी सुरेश के माध्यम से इंतकाल, वसीका, वारिसान तसदीक आदि माध्यम से पैसे लेते हैं।
पटवारी संजय रोहतक-2 में 11 अक्टूबर 2021 से तैनात हैं। यह भी वसीका नवीस सुरेश पांचाल के माध्यम से विभिन्न कार्यों में पैसों का लेनदेन करते हैं। अप्रैल 2024 से खिड़वाली में तैनात संदीप बूरा का नाम भी भ्रष्टाचार में संलिप्त पाया गया है। इंतकाल, वारिसान तसदीक में इन पर रुपयों के लेनदेन के आरोप हैं।
वहीं, संदीप दलाल बोहर-1 में 22 मार्च 2024 से तैनात पटवारी संदीप पर भी आरोप हैं कि उन्होंने सतीश नाम के व्यक्ति को सहायक के रूप में तैनात कर रखा है। संबंधित व्यक्ति भी स्वयं को पटवारी बताता है और इन्हीं के माध्यम से पैसों का लेनदेन हो रहा है।
वहीं, लाहली में तैनात वेद प्रकाश पर बाहरी व्यक्तियों से सांठगांठ करके जमीनों के खरीद-फरोख्त में सहयोग करने व तहसील से जुड़े दूसरे सभी मामलों रुपयों में लेनदेन के आरोप हैं।
तीन और पटवारी निशाने पर, उनके नाम की भी चर्चा
राजस्व विभाग के सूत्रों का कहना है कि जो सरकार ने सूची जारी की है, वह पूरी तरह से सही है। जो पटवारी वास्तविकता में आमजन को तंग कर रहे हैं, उनके व्यवहार की आतंरिक रिपोर्ट तैयार की गई है। सरकार सूची अब जारी की है। जबकि इनकी बहुत लंबे समस से शिकायतें थीं।
अभी भी तीन से पांच पटवारी इस सूची में शामिल हैं, जिनका आचरण विपरीत है। इसलिए यह पटवारी भी फंस सकते हैं। रोहतक जिले में करीब 18 कानूनगो और करीब 85 पटवारी जिलेभर में तैनात हैं। विभागीय कर्मचारियों के बीच भी जबरदस्त चर्चाएं हैं।
सरकार की तरफ से भ्रष्ट पटवारियों की सूची जारी की गई है। सरकार के आदेशानुसार और नियमानुसार सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।
- राजेश कुमार, तहसीलदार, रोहतक तहसील
प्रदेश सरकार ने कोई जांच नहीं कराई और यूं ही पटवारियों की छवि धूमिल करने के लिए इस तरह की सूची जारी कर दी है। प्रदेश सरकार इस प्रकार की कर्मचारियों के मानसिक उत्पीड़न से जुड़ी सूची पर तुरंत प्रभाव से रोक लगाए। जल्द ही बैठक बुलाएंगे। बैठक में ही आगामी कोई निर्णय लिया जाएगा। कोई कानूनी सलाह भी लेंगे, जरूरत पड़ी तो आंदोलन करेंगे और कोर्ट भी जाएंगे।
- जयबीर चहल, राज्य प्रधान, पटवार एवं कानूगो एसोसिएश हरियाणा
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