राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार ज्यूरी में शामिल हो रोहतक के नकुल देव ने बढ़ाया प्रदेश का मान
रोहतक शहर के नया पड़ाव निवासी नकुल देव निर्माता निर्देशक और लेखक हैं और पिछले 20 साल से फिल्म इंडस्ट्री में कार्यरत हैं।

जागरण संवाददाता, रोहतक :
दिल्ली में हुए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह की ज्यूरी में शामिल होकर रोहतक के नकुल देव ने प्रदेश का मान बढ़ाया है। रोहतक शहर के नया पड़ाव निवासी नकुल देव निर्माता, निर्देशक और लेखक हैं और पिछले 20 साल से फिल्म इंडस्ट्री में कार्यरत हैं। नकुल देव एमडीयू से स्नातक हैं जबकि उन्होंने आदर्श सीनियर सेकेंडरी स्कूल से 12वीं की हुई है। उनकी मां ओमवती गृहणी हैं जबकि पिता ईश्वर सिंह सेवानिवृत्त शिक्षक हैं। भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में लंबा समय देने वाले नकुल ने पांच फीचर फिल्म बनाई हैं। जिनमें द लास्ट मोंक, ब्लू मोंटेंस, आसमा, अखनूर व एड्स से मुक्ति शामिल है। बिफोर आइ डाई डाक्यूमेंट्री भी उन्होंने बनाई है। जिसको 60 से अधिक पुरस्कार मिल चुके हैं और 200 से अधिक फिल्म फेस्टिवल में उसका चयन हो चुका है।
वर्तमान में मुम्बई में रहने वाले नकुल के मुताबिक वे फिल्म निर्माण करते समय सामाजिक व मानवीय मूल्यों और राष्ट्र हित का विशेष ध्यान रखते हैं। युवाओं को फिल्म इंडस्ट्री के प्रति जागरूक करने के लिए वे विश्वविद्यालयों में लेक्चर भी देने जाते हैं ताकि युवा वर्ग फिल्म निर्माण की दिशा में करियर बना सके। उन्होंने हरियाणा व दिल्ली आदि के विश्वविद्यालायों में लेक्चर दिए हैं। वे देश के मुख्य फिल्म फेस्टिवल में भी ज्यूरी मेंबर या चयन समिति के सदस्य रह चुके हैं। राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार का आयोजन सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से दिल्ली में किया गया। 40 वर्षीय नकुल प्रदेश से पहले युवा हैं जो सबसे कम उम्र के फिल्म मेकर कहे जाते हैं। वे अब नए विषय पर फिल्म बनाने की तैयारी कर रहे हैं। वे मुम्बई 2006 से रहते हैं।

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