महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. राजबीर सिंह की बढ़ी मुश्किलें, डिग्री और दस्तावेजों की जांच के आदेश जारी
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राजबीर सिंह की डिग्री और दस्तावेजों की जांच के आदेश जारी किए गए हैं। उच्च शिक्षा विभाग ने यह आदेश उनकी नियुक्ति के समय जमा किए गए दस्तावेजों में कथित अनियमितताओं की शिकायतों के बाद दिया है। जांच के लिए एक समिति गठित की गई है, जो आरोपों की जांच करेगी और रिपोर्ट सौंपेगी।

महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (रोहतक)
डिजिटल डेस्क, रोहतक। रोहतक में महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. राजबीर सिंह की डिग्री और दस्तावेजों की जांच के आदेश जारी किए गए हैं। इस बाबत डॉ. राजबीर सिंह की डिग्री की जांच के लिए पुलिस ने यूनिवर्सिटी को पत्र लिखा है। छात्र नेता प्रदीप देशवाल द्वारा लिखित शिकायत देकर की गई थी जांच की मांग की। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से प्रदीप देशवाल के नेतृत्व में छात्रों के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात करके दी थी शिकायत।
'प्रशासन बना रहा विश्वविद्यालय को राजनीतिक अड्डा'
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) प्रशासन की ओर से मडूटा अध्यक्ष डॉ. विकास सिवाच के विरुद्ध की गई कार्रवाई का छात्र संगठन एसएफआई ने कड़े शब्दों में विरोध किया है।
जिला सचिव अमित पिलाना ने कहा कि विश्वविद्यालय में छात्रों और शिक्षकों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर लगातार हमले हो रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन विश्वविद्यालयों को राजनीतिक अड्डा बनाने का प्रयास कर रहा है।
पिलाना ने कहा कि छात्रों को विरोध प्रदर्शन से रोकना और निलंबित करना अभिव्यक्ति के अधिकार पर हमला है, जबकि महिला सफाई कर्मचारियों के साथ हुए अमानवीय व्यवहार पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।
एसएफआइ ने विश्वविद्यालय के छात्रों, शिक्षकों और गैर-शिक्षक कर्मचारियों से अपील की है कि वे प्रशासन की इस तानाशाही नीति के खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष करें।

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