लगभग 500 वर्ष पूर्व बसा था खरकड़ा गांव
अनीता सिंहमार महम महम-रोहतक हाईवे रोड पर स्थित गांव खरकड़ा करीब 500 वर्ष पहले बसा थ

अनीता सिंहमार, महम
महम-रोहतक हाईवे रोड पर स्थित गांव खरकड़ा करीब 500 वर्ष पहले बसा था। सबसे पहले छाजा व भीखा अहलावत नाम के पूर्वज महम-बेरी रोड पर स्थित गांव बहलबा से यहां आए थे।बाद में दोनों के नाम से अलग-अलग पाने बने। छाजा अहलावत के नाम से खरकड़ा छाज्यान पाना एवं भीखा अहलावत के नाम से खरकड़ा भिखलान पाना के नाम से जाना जाता है। गांव में इन्हीं दोनों पानों के नाम से दो पंचायतें हैं। यह गांव अहलावत गौत्र बहुल गांव है।
गांव बसने के समय से ही बाबा श्योत नाथ व बाबा गौरख नाथ मंदिर व गूगा मंदिर प्राचीन एवं प्रमुख धार्मिक स्थल हैं। गांव के लोग हर कार्य शुरू करने से पहले इन स्थलों पर पूजा अवश्य करते हैं।गांव में आरंभ से ही सभी जातियों का आपस में भाईचारा रहा है। जो गांव की एकता का संदेश देता है। गांव के सरपंच मनु व संजय ने बताया कि उनकी पंचायतों में राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, हाई व मिडल स्कूल, पांच आंगनबाड़ी केंद्र, पांच चौपाल, सामूदायिक केंद्र, आंबेडकर भवन, जलघर, पशु अस्पताल, आयुर्वेदिक, अस्पताल आदि शामिल हैं। खरकड़ा छाज्याण व भिखलान में रहे अधिकारी व अन्य गणमान्य व्यक्ति
खरकड़ा गांव की दोनों पंचायतों में रिटायर्ड ब्रिगेडियर ओमप्रकाश अहलावत, एसपी निधि रानी अहलावत, कर्नल जोरावर अहलावत, कर्नल सतबीर सिंह, मेजर सुखबीर सिंह, अपनी सेवाऐं दे रहे हैं। इनके अलावा पिछड़ा वर्ग के चेयरमैन रामचंद्र जांगड़ा, समाज सेवी भाजपा के वरिष्ठ नेता शमशेर खरकड़ा, अगड़ी मलिक व गोधू मलिक पूर्व चेयरमैन इसी गांव के नाम को सुशोभित कर रहे हैं। दोनों पंचायतों में कई खिलाड़ी भी गांव का नाम रोशन कर चुके हैं। इनमें गांव की बेटियां प्रियंका व मनीषा दौड़ में जीत चुकी हैं। वहीं मांडू पहलवान व राजेश गर्ग शामिल हैं। गांव के स्वतंत्रता सेनानी व शहीद सेनानी
गांव खरकड़ा में स्वतन्त्रता सेनानियों में दीवान सिंह अहलावत, भाला राम, चंद्र ऊर्फ रेडू, रिसाल सिंह, रणजीत सिंह, कालू राम व प्यारे लाल के नाम शामिल हैं। वहीं शहीद टाइगर राजेंद्र सिंह, पृत्थी सिंह, सुरेश व प्रह्लाद सिंह देश पर शहीद हो चुके हैं।
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