विश्व सिजोफ्रेनिया दिवस पर पीजीआइ में लगाई हेल्प डेस्क
मानसिक रोगी हमारी घृणा के नहीं सहयोग के पात्र हैं समाज और परिवार वालों को आगे बढ़कर मरीजों की मदद करनी चाहिए ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, रोहतक : मानसिक स्वास्थ्य संस्थान रोहतक में विश्व सिजोफ्रेनिया दिवस के उपलक्ष्य में विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत विद्यासागर मनोरोग विभाग की ओपीडी में जागरूकता डेस्क लगाकर की गई, जिसका शुभारंभ आइएमएच के निदेशक कम सीईओ डा. राजीव गुप्ता ने किया।
इस अवसर पर चिकित्सकों, मरीजों एवं उनके स्वजनों को संबोधित करते हुए डा. राजीव गुप्ता ने कहा कि मानसिक रोग चिकित्सा के अभाव में अधिक लंबे समय तक चलते हैं और इसकी वजह से ही लोगों के ठीक होने की संभावना घट जाती है। मानसिक रोगी हमारी घृणा के नहीं सहयोग के पात्र हैं, समाज और परिवार वालों को आगे बढ़कर मरीजों की मदद करनी चाहिए। डा. राजीव गुप्ता ने सिजोफ्रेनिया के बारे में लिखी गई एक पत्रक लोगों को समर्पित की।
जागरूकता दिवस के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए डा. भूपेंद्र सिंह ने लोगों को मानसिक रोग के लक्षणों व इलाज के बारे में जागरूक करते हुए बताया कि आज सबसे पहले ओपीडी में हेल्प डेस्क लगाकर लोगों की जानकारी को बढ़ाया। इसके बाद एक पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें मानसिक स्वास्थ्य संस्थान के विभिन्न कोर्सों के छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। इसका संयोजन डा. जागृति एवं डा. अंशुल के द्वारा किया गया। डा. भूपेंद्र ने बताया कि पोस्टर प्रतियोगिता में डा. गुंजन और डा. रितु को प्रथम स्थान, डा. नैन्सी और डा. भूमिका को द्वितीय स्थान रहा। वहीं डा. जोनी और डा. सिमरनजीत को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। प्रतियोगिता में डा. योगेंद्र मलिक का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
डा. भूपेंद्र सिंह ने बताया कि इसके बाद जाट कालेज में एक व्याख्यान आयोजित किया गया, जिसमें डा. प्रीति सिंह, डा. पुरुषोत्तम व डा. सुनीला राठी ने व्याख्यान देते हुए मानसिक रोगों के बारे में विस्तार से चर्चा की। वहीं शाम को एक रेडियोटाक भी आयोजित की गई। इस अवसर पर डा. योगेंद्र मलिक, डा. महेश ख्यालिया, शबनम राठी, संयोजक विवेक, डा. हितेश खुराना, सुधा चौधरी, जोगेंद्र कैरो भी उपस्थित रहे।

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