महम के दो परिवारों की रंजिश में फिर वारदात; जमानत पर आए हत्यारोपित के घर में घुस की फायरिंग, छिपकर बचाई जान
रोहतक के भराण गांव के मौजीराम-सहीराम के परिवार की धर्मेंद्र के परिवार से वर्ष 1982 से रंजिश चली रही है। इसकी वजह लड़ाई झगड़े में मौजीराम के भाई बालकराम ...और पढ़ें

महम/रोहतक, संवाद सहयोगी। कस्बे के गिरोत्रा बैंक्वेट हॉल के सामने गली में स्थित पूर्व प्राचार्य मोजीराम के घर पर मंगलवार को गोलीबारी हुई है। दोपहर करीब ढाई बजे मकान में दीवार फांदकर घुसे तीन युवकों ने ताबड़तोड़ 12 से 14 फायर किए। मामले को भराण गांव के दो पक्षों में चल रही गैंगवार से जोड़ कर देखा जा रहा है।
पुलिस जांच में सामने आया है कि हमलावरों का टारगेट मोजीराम का बेटा गौरव उर्फ गोगी था। मकान के सभी गेट पर अंदर-बाहर से ताले लगे थे। लेकिन गोगी व उसके दो दोस्त सचिन और अजय अंदर ही थे। हमलावरों को इसकी भनक लग गई थी। गौरव उर्फ गोगी ने पुलिस को भराण गांव के संचित व दो अन्य के नाम बताए हैं।

संचित भराण के सरकारी स्कूल में वर्ष 2016 में हुई गोलीबारी में मारे गए जेबीटी धर्मेंद्र उर्फ बिट्टू का बेटा है। गौरव उर्फ गोगी इस हत्याकांड का मुख्यारोपित है। कुछ दिन पहले ही वो जेल से जमानत पर बाहर आया है। पुलिस उसी रंजिश में हमले का शक जता रही है। महम थाना पुलिस सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची और गोलियों के खाली खोल बरामद किए हैं।
AC चलने से पता लगा गोगी अंदर ही है
महम पुलिस को गौरव उर्फ गोगी ने बताया कि उसे हमले का अंदेशा था। इसलिए मकान से बाहर नहीं निकलता था। सभी गेट व कमरों को अंदर बाहर से ताले लगाकर रखे थे। मंगलवार दोपहर करीब ढाई बजे उन्होंने बाहर वाले कमरे का एसी आन कर रखा था। हमलावरों को उससे ही भनक लगी होगी की कोई अंदर है। इसके बाद वो दीवार फांद कर अंदर घुसे खिड़की से देखने पर संचित ने गोगी को देख गाली बकते हुए गोली चलाई। फिर उसके साथियों ने अंधाधुंध फायरिंग की।
1982 से चल रही भराण के दो अध्यापक परिवारों में खूनी जंग
भराण गांव के मौजीराम-सहीराम के परिवार की धर्मेंद्र के परिवार से वर्ष 1982 से रंजिश चली रही है। इसकी वजह लड़ाई झगड़े में मौजीराम के भाई बालकराम की हत्या हुई। इस मामले में धर्मेंद्र का पिता हरिसिंह आरोपी था। पंचायती तौर पर दोनों पक्षों में फैसला भी हो गया था। बाद में वर्ष 2014 में इसी रंजिश में दोनों परिवारों में विवाद उभर गया।
दोनों ओर से गोलिंया चली और केस दर्ज हुए। बाद में वर्ष 2016 में भराण के राजकीय कन्या स्कूल परिसर में जेबीटी धर्मेंद्र उर्फ बिट्टू की हत्या हुई। 2017 में मोजीराम के बड़े भाई प्रचार्य सहीराम की हत्या हो गई। इसके बाद प्राचार्य मौजीराम के बेटे सौरभ पर भिवानी जिले के बहल कस्बे में गोलीबारी हुई। अब गौरव उर्फ गोगी पर गोलियां चली हैं।
इधर, फरमाणा में भी दुकानदार पर चली गोलियां, केस दर्ज
महम खंड के ही गांव फरमाणा खास के एक दुकानदार सचिन पर गोलियां चली हैं। महम पुलिस ने इस बारे में गांव के ही अक्षय, सोनू, मंजीत, प्रदीप समेत चार-पांच अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया है। सिचन ने बताया कि सोमवार शाम करीब छह बजे उसकी दुकान पर अक्षय कुछ काम से आया था। वहां पर उसकी कहासुनी हो गई। इसके बाद उसने कुछ देर बाद वापस आकर उस पर गोलियां चलाई। सचिन ने खेतों में भागकर जान बचाई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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