IPS पूरन को 9 दिन पहले यहां मिली थी IG की पोस्ट, ज्वाइनिंग से एक दिन पहले खुद को ही मार ली गोली
हरियाणा के पुलिस महानिरीक्षक वाई पूरन कुमार ने चंडीगढ़ स्थित अपने घर में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। उन्होंने अपनी सर्विस रिवॉल्वर का इस्तेमाल किया। पुलिस ने मौके से मोबाइल और दस्तावेज बरामद किए हैं। सूत्रों के अनुसार उनके खिलाफ एक एफआईआर भी दर्ज हुई थी जिसे छिपाया जा रहा है। हाल ही में उनका तबादला पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में हुआ था।

डिजिटल डेस्क, रोहतक। हरियाणा के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) वाई पूरन कुमार ने मंगलवार को चंडीगढ़ के सेक्टर 11 में स्थित अपने घर में खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया। मिली जानकारी के मुताबिक, उन्होंने अपनी जान लेने के लिए सर्विस रिवॉल्वर का इस्तेमाल किया।
एसएसपी कंवरदीप कौर ने कहा कि मंगलवार दोपहर करीब डेढ़ बजे चंडीगढ़ के सेक्टर 11 स्थित हाउस नंबर 116 से कथित आत्महत्या की सूचना मिली। उन्होंने आगे कहा कि मृतक की पहचान हरियाणा कैडर के 2001 बैच के आईपीएस पूरन कुमार के रूप में हुई है।
मोबाइल और दस्तावेज किए बरामद
पुलिस ने मौके से कुमार के मोबाइल फोन और अन्य दस्तावेज अपने कब्जे में ले लिए हैं। मिली जानकारी के अनुसार, आईपीएस की बेटी बेटी को आत्महत्या में इस्तेमाल की गई बंदूक तहखाने में मिली।
वाई पूरन कुमार हरियाणा पुलिस में 2001 बैच के आइपीएस अफसर थे। 29 सितंबर को ही उनकी पोस्टिंग रोहतक रेंज आइजी से रोहतक के सुनारिया स्थित पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज (पीटीसी) में आइजी के तौर पर हुई थी।
एफआईआर को अब तक छिपाया गया
सूत्रों की मानें तो आइजी पूरन कुमार के खिलाफ अर्बन एस्टेट थाना में सोमवार को एक एफआइआर भी दर्ज हुई है, जिसे अब तक छिपाया भी जा रहा है, उसे ऑनलाइन भी नहीं किया गया है।
हालांकि इस संबंध में अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि इसे लेकर भी पूर्व आइजी काफी परेशान बने थे। चूंकि एक आइजी रैंक के अधिकारी पर अचानक एफआइआर करना कोई आसान काम नहीं रहा है।
पिछले महीने, कुमार का तबादला रोहतक के सुनारिया स्थित पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में कर दिया गया था। इससे पहले, उन्होंने 1991, 1996, 1997 और 2005 बैच के कुछ आईपीएस अधिकारियों की पदोन्नति पर सवाल उठाए थे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।