फर्जीवाड़ा : स्टांप ड्यूटी माफी के लिए रक्त संबंध में भी फर्जीवाड़ा, जांच में मिल रहीं बड़ी गड़बड़ियां
जागरण संवाददाता रोहतक नगर निगम के अधिकारियों की पकड़ में आए फर्जीवाड़ की जद में क

जागरण संवाददाता, रोहतक : नगर निगम के अधिकारियों की पकड़ में आए फर्जीवाड़ की जद में कई अपने भी हो सकते हैं। इसलिए नगर निगम इस प्रकरण में बेहद गंभीरता बरत रहा है। ब्लड रिलेशन यानी रक्त संबंध में फर्जीवाड़ा करने के लिए स्टांप ड्यूटी की माफी का प्रकरण में भी सामने आ रहा है। निगम कार्यालय में प्रापर्टी आइडी बनवाने के लिए आवेदन पर हस्ताक्षर कराने वालों के खिलाफ भी केस होगा। पुलिस से भी निगम के अधिकारियों ने यही अनुरोध किया है कि पुख्ता साक्ष्यों के बाद ही फर्जीवाड़े में केस हो, जिससे गड़बड़ी करने वाले बच न सकें।
पूरे प्रकरण में जांच से जुड़े एक उच्चाधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया है कि रामगोपाल कालोनी में 3709 वर्ग गज जमीन के ट्रांसफर के लिए बड़ी गड़बड़ियां की गईं। यह भी अधिकारी जांच कर रहे हैं कि यह कमर्शियल जमीन है, इसलिए संबंधित कालोनी में मार्केट रेट भी करोड़ों रुपये है। अब संबंधित व्यक्तियों की तरफ से पहले भी इस तरह के कोई कार्य कराए हैं कि इसकी भी जांच होगी। अधिकारियों का कहना है कि तहसील में ब्लड रिलेशन में जमीन ट्रांसफर कराने के लिए स्टाफ ड्यूटी में राहत मिल जाती है। तहसील से मिले दस्तावेज में 15 जून 2014 के नियमों का हवाला दिया गया है।
जिन लोगों के खाली प्लाट की आइडी लगाईं, उन्हें भी दिए जाएंगे नोटिस
नगर निगम के सूत्रों का कहना है कि जिन लोगों ने जमीन ट्रांसफर के लिए नगर निगम से एनडीसी यानी नो ड्यूज सर्टिफिकेट के लिए दूसरे खाली प्लाट की आइडी लगाईं थीं उन प्लाट मालिकों को भी नोटिस दिए जाएंगे। उनसे पूछा जाएगा क्या उन्हें इस तरह के किसी मामले की भनक थी। यह भी निगम के अधिकारी पता करेंगे कि फर्जीवाड़े में शुमार किन्हीं लोगों के साथ इनके संबंध तो नहीं। वहीं, यदि संबंधित लोगों की संलिप्तता मिली तो इनके खिलाफ भी जांच होगी। यह भी बताया जा रहा है कि यदि संबंधित लोगों की प्रापर्टी आइडी इनके संज्ञान बगैर उपयोग की गई तो इनकी तरफ से भी एक फर्जीवाड़े का केस कराया जाएगा। इसके साथ ही संबंधित व्यक्तियों को भी इस प्रकरण में पार्टी बनाया जाएगा। बता रहे हैं कि एक कार बिक्री से जुड़ी नामी एजेंसी की फर्जी आइडी का भी उपयोग होने की बात सामने आई है।
पूर्व में नगर निगम में कार्य कर चुके सात कर्मचारी भी निगाह में
नगर निगम में ठेके पर कार्य कर चुके सात कर्मचारियों की भी भूमिका संदिग्ध मिली है। बता रहे हैं कि संबंधित पूर्व ठेके के कर्मचारियों को उन काम कराने वालों को साथ देखा था। इसलिए उन कर्मचारियों को साक्ष्यों के साथ पकड़ने की तैयारी है। अधिकारियों की जांच आगे बढ़ने के बाद जांच में गड़बड़ियां भी सामने आ रहीं हैं। पूरे प्रकरण में अधिकारी अभी तक तीन व्यक्तियों के साथ ही इन कर्मचारियों को भी चिह्नित करके केस दर्ज कराने की तैयारी में जुट गए हैं।
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