संस्कृति की अभिव्यक्ति है लोक नृत्य : संजय भसीन
दस दिवसीय नृत्य कार्यशाला का समापन ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, रोहतक:
हरियाणा कला परिषद के निदेशक संजय भसीन ने कहा है कि लोक नृत्य वास्तव में संस्कृति की अभिव्यक्ति हैं। संजय भसीन मंगलवार को सैनी कन्या विद्यालय रोहतक में एलकेएम फाउंडेशन एवं हरियाणा कला परिषद की तरफ से आयोजित आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आयोजित 10 दिवसीय नृत्य कार्यशाला के समापन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि लोक नृत्यों की उत्पति किसी विशिष्ट क्षेत्र या लोगों के बीच उनके रीति-रिवाजों के एक अंग के रूप में हुई। वह एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को हस्तांतरित किए जाते हैं। यह चाल के किसी विशिष्ट प्रतिरूप में सामान्य लय का प्रयोग करते हुए किए जाते हैं। एलकेएम फाउंडेशन की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि फाउंडेशन समय-समय पर इस तरह की कार्यशाला आयोजित करके बच्चों की प्रतिभा को निखारने का काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि 10 दिवसीय शिविर के आयोजन से बच्चों को निश्चित रूप से काफी कुछ सीखने को मिला होगा और उनमें एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है। इस कार्यशाला में लड़कियों को विशेषतौर पर हरियाणा फोक डांस कत्थक, योगा, एरोबिक्स पंजाबी नृत्य व संगीत का प्रशिक्षण दिया गया। एलकेएम फाउंडेशन की संस्थापक अध्यक्ष लीला सैनी ने आए हुए मेहमानों का स्वागत किया और फाउंडेशन की गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यशाला में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागी बच्चों को एलकेएम फाउंडेशन की ओर से प्रमाण पत्र दिए गए। इस अवसर पर आकाशवाणी रोहतक के पूर्व निदेशक कैलाश वर्मा, महावीर गुड्डू, हरियाणा के प्रसिद्ध रागनी गायक गुलाब सिंह व नरेश सैनी आदि मौजूद रहे।

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