ये तो गजब टोपीबाज निकला! MBBS इंटर्न की जगह 12वीं पास दोस्त कर रहा था प्रैक्टिस, इस छोटी सी गलती से खुल गई पोल
रोहतक पीजीआई में एक 12वीं पास युवक साद फर्जी डॉक्टर बनकर मरीजों का इलाज कर रहा था। सुरक्षा कर्मियों को शक होने पर उसे पकड़कर पुलिस को सौंप दिया गया। साद जो सोनीपत का रहने वाला है अपने दोस्त कृष्ण की जगह काम कर रहा था जो एमबीबीएस कर रहा है। वह सोशल मीडिया पर इलाज की तस्वीरें भी पोस्ट करता था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, रोहतक। पीजीआइ की चौ. रणबीर सिंह ओपीडी में 12वीं पास युवक फर्जी डाक्टर बनकर अपने दोस्त की जगह मरीजों का उपचार कर रहा था। पीजीआइ के सुरक्षा कर्मियों ने शक होने पर आरोपित को काबू कर पुलिस के हवाले किया है।
पीजीआइ थाना पुलिस ने सिक्योरिटी ऑफिसर रोहित के बयान पर फर्जी डॉक्टर साद के को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सोनीपत का रहने वाला है आरोपी
पुलिस के मुताबिक सोनीपत जिले के गांव निजामपुर माजरा निवासी साद ने 12वीं पास करने के बाद पेशेंट केयर असिस्टेंट का भी डिप्लोमा किया है। वीरवार को पीजीआई के सुरक्षाकर्मी को ओपीडी में मरीजों का उपचार कर रहे एक डॉक्टर पर शक हुआ।
सुरक्षा कर्मियों ने जब उक्त युवक से उसकी डिग्री व पहचान-पत्र के बारे में पूछा तो वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। सुरक्षाकर्मियों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
इस दौरान वरिष्ठ चिकित्सक भी मौके पर पहुंच गए। आरोपित ने बताया कि उसका दोस्त कृष्ण एमबीबीएस करने के बाद पीजीआइएमएस में इंटर्नशिप कर रहा है। वह उसकी जगह पर ओपीडी में मरीजों का उपचार कर रहा था।
उपचार की फोटो भी करता था शेयर
इंटरनेट मीडिया पर भी करता था पोस्ट शेयर पुलिस की जांच में सामने आया कि ओपीडी में पकड़ा गया युवक अपने इंटरनेट मीडिया अकांउट पर मरीजों के उपचार के फोटो भी शेयर करता था।
ऐसे में अब पुलिस की टीमें ये भी जानकारी जुटाने में लगी हैं कि आरोपित पिछले कितने दिन से मरीजों का उपचार कर रहा था। जिस डाक्टर की जगह पर वो नौकरी कर रहा था। वह कितने दिन तक ड्यूटी पर आया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।