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    रोहतक में डेंगू का कहर, दो नए मामले आए सामने; अब मरीजों की संख्या पहुंची 202

    Updated: Tue, 25 Nov 2025 10:04 PM (IST)

    रोहतक जिले में डेंगू का प्रकोप जारी है, मंगलवार को दो नए मामले सामने आए हैं, जिससे कुल संख्या 202 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग जागरूकता अभियान चला रहा है और लोगों को एंटी लार्वा गतिविधियों के बारे में जानकारी दे रहा है। अभी तक किसी भी मरीज की डेंगू से मौत नहीं हुई है, और विशेषज्ञों का मानना है कि दिसंबर के पहले सप्ताह तक संक्रमण का खतरा कम हो जाएगा।

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    रोहतक में में मिले दो नए डेंगू के केस। सांकेतिक तस्वीर

    जागरण संवाददाता, रोहतक। मौसम बदलने के बावजूद डेंगू का प्रकोप कम नहीं हुआ है। जिले में मंगलवार को दो नए डेंगू के केस मिले हैं। शहर के बालक नाथ कालोनी व बरसी नगर में नए डेंगू के मरीज मिले हैं। इसके साथ ही जिले में 202 डेंगू के मरीजों की संख्या पहुंच गई है।

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    जबकि अकेले नवंबर माह में 54 डेंगू के केस मिले है। जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर लोगोें को जागरूक करने के साथ ही एंटी लार्वा गतिविधियां कर रही है।

    इस दौरान जिले में 4072 लोगाें को लार्वा मिलने पर नोटिस जारी किए गए है। स्वास्थ्य विभाग की टीम की ओर से अभियान के दौरान लोगों को पानी खड़ा ना होने देने के लिए जागरूक किया जा रहा है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को डेंगू संक्रमण से बचाया जा सके, लेकिन इसके बाद भी डेंगू के मरीजों की संख्या कम नहीं हो रही हैं।

    हालांकि, अब तक केवल 25 मरीजों को ही अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ी है, जबकि इस सीजन में डेंगू से किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई हैं। विशेषज्ञों की मानें तो दिसबंर माह के पहले सप्ताह तक डेंगू संक्रमण का खतरा रहता है। इसके बाद डेंगू के मच्छर कम हो जाते हैं।

    जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से डेंगू हर वर्ष डेंगू और मलेरिया को रोकने के लिए कई प्रयास किए जाते है। इस बार विभाग की ओर से टीम गठित की गई है। जो शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर लोगों को जागरूक कर रही है। यहीं कारण है कि इस बार किसी भी क्षेत्र को रेड जाेन में नहीं डाला गया है और ना ही जिले में किसी भी मरीज की डेंगू के कारण मौत हुई है। बरसात के मौसम में डेंगू संक्रमण का ज्यादा खतरा रहता है। वहीं डेंगू मच्छर ठंडे मौसम में कमजाेर पड़ जाते हैं और प्रजनन नहीं कर पाते है। जिससे सर्दियों में इनका प्रकोप कम हो जाता है। दिसंबर माह के पहले सप्ताह तक आमतौर पर डेंगू के मरीजों की संख्या में काफी गिरावट आ जाती है। - डॉ. सुमित, एंटोमोलाजिस्ट, स्वास्थ्य विभाग, रोहतक।