दोस्त ही बना कातिल, सट्टे में जीते 25 लाख के बंटवारे विवाद में कर दी हिमांशु की हत्या; 23 दिन बाद मिला कंकाल
Himanshu Murder Case 23 दिन पहले संदिग्ध हालात में लापता हुए साढ़े 17 वर्षीय हिमांशु राठी का शव सोनीपत से बरामद हुआ है। शव के पास ही झाड़ियों में हिमांशु की बाइक भी मिली है। कपड़ों और बाइक के आधार पर शव की पहचान की गई है। उसके दोस्त राहुल ने उसकी हत्या कर दी थी। दोनों के बीच सट्टे में जीते 25 लाख के बंटवारे में विवाद हुआ था।

रोहतक, जागरण संवाददाता। Himanshu Murder Case: लाखनमाजरा कस्बे से 23 दिन पहले संदिग्ध हालात में लापता हुए साढ़े 17 वर्षीय हिमांशु राठी मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। हिमांशु की हत्या कर दी गई है। उसका कंकाल शनिवार को पुलिस ने सोनीपत जिले की सीमा के एक खेत से बरामद किया है। शव के पास ही झाड़ियों में हिमांशु की बाइक भी मिली है। कपड़ों और बाइक के आधार पर शव की पहचान की गई है।
सट्टे में जीते 25 लाख के बंटवारे में मारा गया हिमांशु
हत्या का आरोप राहुल के सबसे करीबी दोस्त राहुल राठी पर है। राहुल ने पुलिस पूछताछ में बताया है कि क्रिकेट के सट्टे में जीते 25 लाख रुपये के बंटवारे के विवाद में उसने हिमांशु की हत्या की है। वहीं इस केस में लाखनमाजरा थाना एसएचओ इंस्पेक्टर सुरेश कुमार पर बड़े आरोप लगे हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने राहुल को दो बार हिरासत में लेकर पूछताछ की और हर बार उसे छोड़ दिया।
परिवारजन ने की एसएचओ पर कार्रवाई की मांग
मृतक हिमांशु के परिवार और कस्बावासियों ने एसएचओ पर कार्रवाई की मांग करते हुए सात घंटे तक हाईवे पर जाम लगाए रखा। महम से विधायक बलराज कुंडू भी मौके पर मौजूद रहे। दोपहर बाद एएसपी मेधा भूषण ने लोगों के बीच जाकर मामले की जांच के लिए एसआइटी गठित करने की बात कही। शाम साढ़े सात बजे लोगों ने जींद- रोहतक हाईवे से जाम हटाया।
राहुल का कबूलनामा- हिमांशु ने हिस्सा नहीं दिया
राहुल ने पुलिस पूछताछ में बताया है कि उसने और हिमांशु ने कुछ दिन पहले क्रिकेट मैच पर लगाए सट्टे में 25 लाख रुपये जीते थे। जीत की ये सारी रकम हिमांशु के पास आई थी। लेकिन, हिमांशु ने उसे हिस्सा देने से मना कर दिया। इसी रंजिश में उसने हिमांशु को मारा है। अभी इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है कि हिमांशु की हत्या किस प्रकार और कहां पर की गई है।
हिमांशु के परिवार से मांगी थी 22 लाख की फिरौती
हत्यारोपित राहुल पर परिवार ने हिमांशु के लापता होने के चार दिन बाद ही शक जता दिया था क्योंकि राहुल ने अपने पिता के फोन से उनसे हिमांशु को छोड़ने की एवज में 22 लाख रुपये की फिरौती इंटरनेट मीडिया की एप से मैसेज कर मांगी थी। हिमांशु के परिवार ने लाखनमाजरा थाना पुलिस को इस बारे में उसी शाम बता दिया। लेकिन पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया।
दो बार देखकर आया लाश वहीं है या नहीं
पुलिस पूछताछ में राहुल ने बड़ा खुलासा किया है। उसने बताया कि हिमांशु की लाश जहां से बरामद हुई है वो वहां पर लाश फेंकने के बाद दो बार गया था। वो देखकर आता था कि किसी को इस बारे में पता चला है या नहीं।
'एसएचओ ने हत्यारोपित को गाइड किया, उसे सलाखों के पीछे भेजो'
हिमांशु का शव शनिवार सुबह बरामद हुआ। उसके शरीर के कुछ अवशेष ही बरामद हो पाए हैं। इसके बाद हिमांशु के परिवार वाले और कस्बावासी भड़क गए। उन्होंने दोपहर करीब एक बजे लाखनमाजरा के मेन चौक पर रोहतक-जींद और महम-गोहाना रोड जाम कर दिया। पुलिस उन्हें समझाती रही। एएसपी मेधा भूषण मौके पर पहुंची तो हिमांशु के पिता हरदीप ने आरोप लगाया कि एसएचओ सुरेश कुमार ने हत्यारोपित को गाइड किया है। उसके बेटे की लाश पहले मिल जाती लेकिन उनके कारण उसके आधे अवशेष ही मिले। एसएचओ को सलाखों के पीछे भेजा जाना चाहिए।
हिमांशु के अवशेष भी आधे मिले, सिर गायब
पुलिस के लिए हिमांशु हत्याकांड की गुत्थी करीबन सुलझ गई हो लेकिन इसमें सबूत जुटाना बड़ी चुनौती बन गई है। शव की पहचान के लिए पुलिस उसके परिजनों के डीएनए सैंपल लेगी। लेकिन बड़ी बात ये है कि शव के अवशेष में सिर गायब है। सुबह शव बरामद होने पर एफएसएल एक्सपर्ट डॉ. सरोज ने भी मौके से सबूत जुटाए हैं।
मृतक हिमांशु के परिजनों के आरोप
परिजनों ने आरोप लगाया कि एसएचओ को फिरौती मांगने से लेकर राहुल के साथ ही हिमांशु के जाने के सबूत दिखाए, लेकिन उन्होंने गंभीरता नहीं दिखाई। दो बार राहुल को पूछताछ के लिए थाने में बुलाया गया और कुछ घंटे बाद ही छोड़ दिया गया, सात अगस्त को उसके परिवार ने धमकी दी उस बारे में भी एक्शन नहीं लिया। हत्यारोपित की मां ने थाने में सबके सामने कबूल किया था कि हिमांशु मर चुका है फिर भी पुलिस मामले को दूसरा एंगल देने में जुटी रही। एसएचओ और हत्यारोपित के परिवार की पूरी सांठगांठ थी। इनकी कॉल डिटेल निकाली जाए
विधायक ने कहा- पीड़ित परिवार को इंसाफ मिले
लाखनमाजरा में लोगों ने सात घंटे तक हाईवे जाम रखा। इस दौरान विधायक बलराज कुंडू भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि पुलिस की ओर से पीड़ित परिवार को इंसाफ मिलना चाहिए। आरोपित एसएचओ पर आला अधिकारियों को तुरंत एक्शन लेना चाहिए ताकि लोगों का पुलिस व्यवस्था पर विश्वास बना रहे। एसपी ने कहा कि एसएचओ पर जो आरोप लगे हैं और उनकी भूमिका की जांच के लिए एसआइटी गठित कर दी गई है। दो दिन में ही पूरी रिपोर्ट तैयार कर सख्त एक्शन लेंगे
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