ASI संदीप लाठर के सुसाइड नोट में 50 करोड़ की डील का जिक्र, राव इंद्रजीत ने क्यों कहा- 'पुलिस मुझे फंसा रही?'
रोहतक में एएसआई संदीप लाठर के सुसाइड नोट में 50 करोड़ की डील का जिक्र है, जिसमें राव इंद्रजीत का नाम सामने आया है। राव इंद्रजीत ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उन्हें पुलिस और फाइनेंसर मिलकर फंसा रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री और डीजीपी से निष्पक्ष जांच की मांग की है और सीबीआई जांच की अपील की है। मामला सदर थाने में दर्ज हत्या के केस से जुड़ा है।

ASI संदीप लाठर के सुसाइड नोट में 50 करोड़ की डील का जिक्र है, जिसमें राव इंद्रजीत का नाम सामने आया है (फोटो: जागरण)
जागरण संवाददाता, रोहतक। साइबर सेल में तैनात एएसआइ संदीप लाठर ने अपने सुसाइड नोट व वीडियों में सदर थाना में दर्ज हत्या के केस की 50 करोड़ रुपये में डील का जिक्र किया है। जिसमें कहा है कि राव इंद्रजीत से 50 करोड़ की डील की गई थी। हालांकि, सुसाइड नोट में राव इंद्रजीत समेत केस व डील के बारे में पूरी जानकारी नहीं है।
सुसाइड नोट में जिस राव इंद्रजीत का जिक्र है, वह म्यूजिक कंपनी का मालिक है। वीडियो व सुसाइड नोट में संदीप लाठर ने कहा कि आइजी वाई पूरन कुमार एक भ्रष्ट पुलिस अफसर था, जिसने सदर थाने के एक मर्डर में पैसे लिए। इसने राव इंद्रजीत को निकालने के लिए 50 करोड़ की डील की।
इनके सामने ईमानदार अफसर नरेंद्र बिजारणिया अड़े रहे। राव इंद्रजीत सिंह मूलरूप से रेवाड़ी जिले के गांव बेरली कलां के रहने वाले हैं। आत्महत्या करने वाले एएसआइ संदीप सिंह ने वीडियो में जिस 50 करोड़ की डील का जिक्र किया है। दिसंबर 2024 में झज्जर से रोहतक के किलोई गांव में अपने चचेरे भाई की शादी में आए दिल्ली पुलिस के पूर्व सिपाही मनजीत की हत्या हो गई थी। सदर थाना में ये केस दर्ज है। ऐसे में पुलिस की टीम मामले की जांच में लगी हुई है।
राव इंद्रजीत ने कही ASI संदीप लाठर को न जानने की बात
वहीं म्यूजिक कंपनी जेम्स ट्यून्स के मालिक राव इंद्रजीत ने कहा कि मैं एएसआइ संदीप लाठर को नहीं जानता और न ही वाई पूरन कुमार को जानता हूं। फाइनेंसरों के साथ पुलिस मिली हुई है। मई 2024 से अक्टूबर तक फाइनेंसरों के साथ पुलिस मेरे पास आती थी।
पुलिस और फाइनेंसरों ने धंधा बनाया हुआ है और बड़े पुलिस अधिकारी इनसे मिले हुए हैं। मैंने इसकी शिकायत कई बार डीजीपी से की थी। वहीं, गुरुग्राम में एसपी रहे बिजारणिया और कमिश्नर से भी मिला था, मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। मेरा नाम एएसआइ से जानबूझकर बुलावाया गया है। यह बहुत बड़ी साजिश है। मुझे चार से पांच झूठे केसों में फंसाने की कोशिश की गई हे।
राव इंद्रजीत ने बताया खुद की जान को खतरा
इन किसानों से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से मेरा कोई लेना-देना नहीं है। अब तो मुझे और मेरे परिवार की जान को भी खतरा है। वहीं उन्हाेंने कहा कि मुझे विश्वास है कि सीएम नायाब सिंह सैनी और डीजीपी ओपी सिंह मामले में निष्पक्ष जांच करवाएंगे। इस पूरे प्रकरण की जांच सीबीआइ व अन्य किसी स्वतंत्र एजेंसी से होनी चाहिए।
राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि मैं एक जिम्मेदार नागरिक और व्यवसायी हूं। वर्षों से अपने कार्यक्षेत्र में ईमानदारी पारदर्शिता के साथ कार्य कर रहा हूं। मेरी कानून में आस्था है और मैं सच्चाई सामने आने तक डटा रहूंगा।
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