'हमारा भाई कमजोर नही...', विनेश फोगाट को देखते ही फूट-फूटकर रोने लगीं ASI संदीप लाठर की बहनें
रोहतक में एएसआई संदीप लाठर के परिवार से विनेश फोगाट ने मुलाकात की, जहां परिजनों ने न्याय की मांग की। मनोहर लाल ने परिवार को सांत्वना दी और सरकार की ओर से मदद का आश्वासन दिया। संदीप लाठर ने आत्महत्या से पहले आईजी पूरन कुमार पर आरोप लगाए थे, जिसकी जांच चल रही है। यह मामला रिश्वतखोरी से भी जुड़ा है, जिसकी जांच चंडीगढ़ पुलिस कर रही है।

विनेश फोगाट को देखते ही फूट-फूटकर रोने लगीं ASI संदीप लाठर के बहनें (जागरण फोटो)
डिजिटल डेस्क, रोहतक। एएसआई संदीप लाठर के परिवार से गुरुवार को जुलाना की विधायक विनेश फोगाट ने मुलाकात की। इस मौके पर विधायक से परिजनों ने रो-रोकर न्याय की मांग की। विनेश से परिजनों ने कहा कि कोई तो प्रेशर डाल रहा था, हमारे भाई कमजोर नहीं था। हमारी हाथ जोड़कर यही विनती है कि मेरा भाई जो कर गया कर गया, लेकिन हमें न्याय चाहिए। इसकी पूरी इन्क्वारी होनी चाहिए।
मनोहर लाल ने भी की मुलाकात
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने गुरुवार को रोहतक में शोकाकुल परिवार से मुलाकात की। मिलने के बाद उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सैनी ने उनकी पत्नी को नौकरी देने और उनके बच्चों की पढ़ाई का भी ध्यान रखने का आश्वासन दिया है। इसके साथ ही सांसद ने महानिरीक्षक पूरन कुमार और उसके एक हफ्ते बाद संदीप कुमार की कथित आत्महत्याओं को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
दुर्भाग्य से, पहली घटना में कुछ नेताओं ने इसे राजनीतिक और जातिगत रंग देने की कोशिश की, जो उचित नहीं था। यह दूसरी घटना (संदीप कुमार की मौत) घटी है। मैं दोनों परिवारों और समाज के लोगों से अपील करता हूं कि इस मुद्दे को समुदाय या जाति का मामला न बनाएँ, और न ही इस पर किसी तरह की राजनीति होने दें।- सांसद मनोहर लाल
संदीप लाठर ने लगाए ये आरोप
संदीप कुमार लाठर ने 14 अक्टूबर को आत्महत्या की थी। इससे पहले उन्होंने छह मिनट के वीडियो और सुसाइड नोट में पूरन कुमार को लेकर कहा कि उन्होंने "पारिवारिक अपमान से बचने के लिए" आत्महत्या की है। उनके परिवार की संपत्ति की जांच होनी चाहिए।
52 साल के पूरन कुमार हाल ही में रोहतक के सुनारिया स्थित पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में महानिरीक्षक के पद पर तैनात हुए थे, अपने चंडीगढ़ स्थित आवास पर गोली लगने से घायल अवस्था में पाए गए। उनका अंतिम संस्कार बुधवार को चंडीगढ़ में हुआ।
क्या है मामला?
पुलिस सूत्रों के अनुसार, एएसआई संदीप कुमार ने आईजी पूरन कुमार के पीएसओ हेड कॉन्स्टेबल सुशील कुमार की गिरफ्तारी में भूमिका निभाई थी। मृतक आईजी का नाम हाल ही में एक रिश्वत कांड में सामने आया था। यह मामला एक शराब ठेकेदार द्वारा हेड कॉन्स्टेबल सुशील कुमार के खिलाफ दर्ज कराई गई रिश्वतखोरी की शिकायत से जुड़ा है।
ठेकेदार ने आरोप लगाया था कि सुशील कुमार ने रोहतक में तैनाती के दौरान पूरन कुमार के नाम पर 2.5 लाख रुपये मांगे थे। 2001 बैच के अधिकारी कुमार अधिकारियों के अधिकारों, वरिष्ठता और अन्य मुद्दों से जुड़े मामलों में अपने हस्तक्षेप के लिए जाने जाते थे। चंडीगढ़ पुलिस ने पूरन कुमार मामले की जाँच के लिए छह सदस्यीय विशेष जांच दल का गठन किया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।