WFI Election: कुश्ती संघ की टीम रद्द होने के बाद पहलवान साक्षी मलिक के माता-पिता ने क्या कहा?
Government of India suspended Wrestling Federation Of India कुश्ती संघ की नई कार्यकारिणी को निलंबित करने से पहलवान साक्षी मलिक के माताचपिता बहुत खुश हैं। खेल मंत्रालय के निर्णय का साक्षी के पिता सुखबीर मलिक ने स्वागत किया है। मां सुदेश का कहना है कि बेटी साक्षी को तभी मनाएंगे जब आगे की पूरी सकारात्मक तस्वीर साफ होगी। क्योंकि अभी केवल संघ को निलंबित किया है।
अरुण शर्मा, रोहतक। कुश्ती संघ की नई कार्यकारिणी को निलंबित करने से पहलवान साक्षी मलिक के स्वजन खुश हैं। खेल मंत्रालय के निर्णय का साक्षी के पिता सुखबीर मलिक(Sukhbir Malik) ने स्वागत किया है। यह भी कहा है कि खेल मंत्रालय ने अच्छा संदेश दिया है।
बेटी को तभी मनाएंगे जब आगे की पूरी तस्वीर होगी सकारात्मक-साक्षी मलिक की मां
हालांकि मां सुदेश(Sudesh Malik) का कहना है कि बेटी साक्षी को तभी मनाएंगे जब आगे की पूरी सकारात्मक तस्वीर साफ होगी। क्योंकि अभी केवल संघ को निलंबित किया है। साक्षी की मां सुदेश ने यह भी बताया कि साक्षी ने कुश्ती से सन्यास का निर्णय लिया। इसलिए देशभर के खिलाड़ियों में रोष पनप रहा था।
बजरंग पूनिया ने पदमश्री लौटाने का निर्णय लिया था, जबकि अन्य पहलवान भी समर्थन में आ चुके थे। खेल मंत्रालय की आगामी रणनीति पर हमारा पूरा ध्यान रहेगा, क्योंकि निलंबन के बाद क्या कार्रवाई होती यह देखना होगा। इसलिए बेटी को खेल में वापसी के लिए तभी मनाएंगे जब कोई सकारात्मक परिणाम भविष्य में आते हुए दिखेगा।
शनिवार की रात में साक्षी ने किया था यह पोस्ट
कुश्ती छोड़ने का निर्णय ले चुकी साक्षी मलिक ने इंटरनेट मीडिया पर नया पोस्ट किया है। शनिवार की रात करीब साढ़े सात बजे उन्होंने ट्वीट किया है। साक्षी ने उत्तर प्रदेश के गोंडा में आगामी जूनियर नेशनल की प्रतियोगिताएं आयोजित कराने पर भी सवाल उठाए हैं।
रियो ओलिंपिक में कास्य पदक विजेता साक्षी ने पोस्ट करते हुए लिखा है कि मैंने कुश्ती छोड़ दी है पर कल रात से परेशान हूं। वह जूनियर महिला पहलवान क्या करें, जो मुझे फोन करके बता रही हैं कि दीदी इस 28 तारीख से जूनियर नेशनल होने हैं और वो नई कुश्ती फेडरेशन ने नंदनी नगर गोंडा में करवाने का निर्णय लिया है।
साक्षी ने ट्वीट करके लिखा है कि गोंडा बृजभूषण का इलाका है। सवाल उठाते हुए यह भी लिखा है कि अब आप सोचिए कि जूनियर महिला पहलवान किस माहौल में कुश्ती लड़ने वहां जाएंगी। क्या इस देश में नंदनी नगर के अलावा कहीं पर भी नेशनल करवाने की जगह नहीं है क्या...समझ नहीं आ रहा कि क्या करुं।