हरियाणा में रोजाना 40 लोग हो रहे हैं लापता, ढूंढने के लिए प्रदेश सरकार ने उठाया ये कदम
हरियाणा में बच्चों का गायब होना सरकार के लिए मुसीबत बना गया है। प्रदेश में प्रतिदिन 40 लोग लापता हो रहे हैं इसके उलट पुलिस सिर्फ 22 लोगों का ढ़ूंढ़ पा रही है। इसके बाद प्रदेश सरकार लापता लोगों की तलाशने की जिम्मेदारी राज्य अपराध शाखा को सौंप सकती है।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़: हरियाणा में प्रतिदिन 40 लोग लापता हो रहे हैं। इसके उलट पुलिस रोजाना सिर्फ 22 लापता लोगों का ढ़ूंढ़ पा रही है। ऐसे में प्रदेश सरकार ने लापता लोगों की तलाशने की जिम्मेदारी राज्य अपराध शाखा को सौंपने की तैयारी कर ली है। राज्य अपराध रिकार्ड ब्यूरो में दर्ज मामलों के अनुसार इस साल 31 अगस्त तक प्रदेश में गुमशुदगी के करीब साढ़े नौ हजार केस दर्ज किए गए। पिछले साल समान अवधि में 7886 लोग लापता हुए थे।
प्रदेश में हर साल औसतन 14 हजार लोग गायब
इस तरह मौजूदा साल में लापता होने वाले लोगों का ग्राफ बढ़ा है। प्रदेश में हर साल औसतन 14 हजार लोग गायब होते हैं। हालांकि राज्य पुलिस ने लापता लोगों का पता लगाने के लिए एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट बनाई हुई है। 31 अगस्त तक एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट 378 लापता बच्चों और 482 वयस्कों को उनके परिवारों से मिला चुकी है। खोजे गए बच्चों में 205 लड़के और 173 लड़कियां तथा वयस्कों में 226 पुरुष और 256 महिलाएं शामिल हैं।
गृह मंत्री अनिल विज ने दिया ये निर्देश
पुलिस का दावा है कि इस दौरान कुल 5403 लापता लोगों का पता लगाया है, जबकि पिछले साल समान अवधि में 4435 लापता लोगों को ढ़ूंढ़ा जा सका था। वहीं, लापता लोगों की तलाश में तेजी लाने के लिए सरकार ने मानक संचालन प्रक्रिया तैयार कर ली है। गृह मंत्री अनिल विज का स्पष्ट निर्देश है कि अगर पुलिस लापता लोगों की तलाश में तेजी नहीं ला पाती है तो यह जिम्मेदारी राज्य अपराध शाखा को सौंप दी जाएगी।
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