भेष बदलकर पहुंचा था नेपाल, रेवाड़ी आते ही धर दबोचा
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : छह माह तक फरार रहे आलू गैंग के सरगना सुनील डुलगच ने अपनी ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : छह माह तक फरार रहे आलू गैंग के सरगना सुनील डुलगच ने अपनी फरारी के दौरान न जाने कितने ही रूप बदले और कितने ही नंबर। पुलिस से बचने के लिए सुनील डुलगच भेष बदलकर नेपाल तक पहुंच गया था, लेकिन अपराधी ज्यादा दिनों तक कानून के लंबे हाथों से बच नहीं सकता। सुनील हाल ही में रेवाड़ी आया और पुलिस के हत्थे चढ़ गया। रेवाड़ी पुलिस ने सुनील डुलगच को कोर्ट में पेश करके दो दिन के रिमांड पर लिया है। रिमांड के दौरान यह खुलासा होगा कि फरार रहने के दौरान कौन-कौन से ऐसे मददगार हाथ थे, जिन्होंने सुनील को इतने दिनों तक बचाए रखा।
जहां जाता भेष बदल लेता था सुनील
शहर के मोहल्ला धारूहेड़ा चुंगी निवासी विजय व उत्तम नगर निवास पंकज नामक दो युवकों का 27 जून को अपहरण कर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। दोनों युवकों का शव रामगढ़ रोड पर मिला था। हत्या के इस मामले में सुनील डुलगच व उसकी गैंग के अन्य लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया था। गैंग से जुड़े तीन-चार बदमाशों को तो पुलिस पहले गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन सरगना सुनील लगातार फरार चल रहा था। सुनील डुलगच पर हत्या, हत्या के प्रयास, मारपीट व आर्म्स एक्ट के करीब 17 आपराधिक मामले दर्ज हैं। बदमाश की केस हिस्ट्री को देखते हुए 27 अगस्त को पुलिस ने उस पर एक लाख रुपए का इनाम रखा था। विजय व पंकज की हत्या से पहले भी 25 फरवरी को सुनील डुलगच की गैंग ने झोंटा गैंग से जुड़े दो युवकों पर जानलेवा हमला बोला था। इनमें से एक युवक संजय उर्फ चवन्नी की मौत हो गई थी। इसके अतिरिक्त बावल में आरोपी पर हत्या का षडयंत्र रचने और वारदात को अंजाम देने के लिए हथियार मुहैया कराने का मामला दर्ज है। इस मामले में भी आरोपी अदालत से भगौड़ा घोषित किया जा चुका है। 27 जून को हत्या वारदात के बाद उसके गैंग के कमल उर्फ पल्टी, पवन व प्रवीण उर्फ मियां को तो गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन सुनील यहां से सीधा दिल्ली भाग गया था। दिल्ली से हरिद्वार व इसके बाद हिमाचल प्रदेश में भी रहा।
कई बार बदले भेष
पुलिस लगातार सुनील डुलगच को ट्रेस करने में जुटी थी। उसने अपनी फरारी के दौरान कई बार अपने मोबाइल नंबर बदले और लोकेशन भी बार-बार बदल रहा था। रेवाड़ी पुलिस उसकी तलाश में यूपी व हिमाचल तक पहुंची तो वह भेष बदलकर सीमा पार नेपाल में पहुंच गया था। वहां जाकर उसने नेपाली लोगों की तरह छोटे बाल करा लिए और मूंछ व दाढ़ी हटाकर रहने लगा। इससे पूर्व भी वह कभी मूंछ हटाकर तो कभी दाढ़ी रखकर भेष बदल चुका था। अपनी फरारी के दौरान सुनील ने कई जगहों पर शरण भी ली। कभी होटल में किराए पर रहा तो कई रात अपनी गाड़ी में ही सोया।
प्लॉट बेचने के लिए ढूंढ रहा था ग्राहक
सुनील को फरार होने के दौरान पैसों की सख्त जरूरत थी। सुनील पैसों के लिए बीच में कई बार रेवाड़ी भी आया था और पैसे लेकर भी गया था। अब वह अपने प्लॉट को बेचने की फिराक में था, जिसके लिए ग्राहक ढूंढ रहा था। प्लॉट की सौदेबाजी के लिए वह रेवाड़ी आया था। बीती शाम सीआइए रेवाडी प्रभारी सतेन्द्र कुमार को इसकी जानकारी मिली। एएसआइ संजय कुमार, इन्द्रजीत, रणबीर ¨सह, प्रधान सिपाही शिवकुमार व सिपाही बीर ¨सह को लेकर टीम बनाई गई। टीम ने एनएच 71 पर मांढैया के निकट से आरोपी सुनील को एक कार में पकड़ लिया। आरोपी के पास से पुलिस ने दो पिस्तौल, एक देशी कट्टा (डोगा) व 9 ¨जदा कारतूस बरामद किए है।
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सीआइए टीम को मिलेगा एक लाख का ईनाम
सुनील डुलगच की गिरफ्तारी के बाद रविवार को डीएसपी गजेंद्र कुमार ने पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने बताया कि सुनील बार-बार अपनी लोकेशन बदल रहा था, जिसके चलते ही उसको ट्रैस करने पाने में मुश्किल आई। हत्यारोपी की फरार रहने के दौरान जिस किसी ने भी मदद की उस तक भी कानून के हाथ पहुंचेंगे। उन्होंने बताया कि सुनील डुलगच पर एक लाख रुपये का ईनाम रखा हुआ था। यह ईनाम सुनील को पकड़ने वाली सीआइए टीम को दिया जाएगा।

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