शक्ति रूपेण संस्थिता: नई बस्ती स्थित शक्तिपीठ मां मनसा देवी मंदिर
शहर के मोहल्ला नई बस्ती स्थित प्राचीन शक्ति सिद्ध पीठ मां मनसा देवी मंदिर श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र बना हुआ है। हर साल नवरात्र पर होने वाले आयोजन इस मंदिर की विशेषता हैं।

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : शहर के मोहल्ला नई बस्ती स्थित प्राचीन शक्ति सिद्ध पीठ मां मनसा देवी मंदिर श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र बना हुआ है। हर साल नवरात्र पर होने वाले आयोजन इस मंदिर की विशेषता हैं।
इतिहास:
सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक इस मंदिर के बारे में मान्यता है कि यहां स्थापित मां मनसा देवी की प्रतिमा महाभारत कालीन है। मंदिर से जुड़े प्रबुद्धजनों का मानना है कि राजा राव नत्थुराम को सपने में देवी मां के दर्शन हुए। इसमें देवी मां को कुएं से निकालते हैं तो राजा को पुत्र की प्राप्ति होगी। इस मंदिर में बने कुएं से मां मनसा देवी की मूर्ति निकाली गई थी। इसके बाद उसी समय एक और मूर्ति नगर कोट से लाई गई। तभी से दोनों मूर्तियों की समान रूप से पूजा की जाती है। इसके अलावा मंदिर में एक गुफा भी है, जिसके बारे में अलग-अलग प्रसंग प्रसिद्ध हैं। मंदिर की विशेषता:
मंदिर कमेटी की ओर से नवरात्र के पहले दिन ध्वज यात्रा निकाली जाती है। अष्टमी को होने वाला मां का जागरण विशेष आकर्षण का केंद्र होता है। जागरण में दूरदराज से श्रद्धालु पहुंचते हैं। मंदिर में नवरात्रों में नियमित रूप से भजन व कीर्तन का आयोजन किया जाता है।
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मान्यता है कि इस मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की हर मनोकामना पूरी होती है। मंदिर में नवरात्र में श्रद्धालुओं की ज्यादा भीड़ रहती है। नवरात्र में मंदिर की विशेष सजावट की है। इन दिनों सुबह से देर शाम तक माहौल भक्तिमय बना रहता है।
- पं. विजय मिश्रा, पुजारी
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इस मंदिर के प्रति श्रद्धालुओं की गहरी आस्था है। सच्चे मन से मां से मांगी मनोकामना पूर्ण होती है। यहां शहर से ही नहीं आसपास के क्षेत्र से भी श्रद्धालु मां के दर्शन करने आते हैं। ध्वज यात्रा के साथ अष्टमी पर आयोजित होने वाले जागरण आकर्षण का केंद्र होते हैं। साल में दो बार ध्वज यात्रा निकाली जाती है, जिसमें मंदिर से जुड़ा हर व्यक्ति अपना सहयोग देता है।
- राव बिजेंद्र सिंह, संरक्षक, मां मनसा देवी मंदिर
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