दीवाली से पहले पुलिस का बड़ा धमाका, व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए चल रहा था 'खेल'; दो गिरफ्तार
रेवाड़ी में दिवाली से पहले पुलिस ने अवैध पटाखा गोदामों पर छापेमारी कर 10 लाख से अधिक के पटाखे बरामद किए। आरोपी व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए पटाखे बेच रहे थे, ऐसे 15 से अधिक ग्रुप सक्रिय हैं। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर 4 लाख रुपये की नकदी बरामद की है। पुलिस व्हाट्सएप ग्रुप की जानकारी जुटा रही है और जल्द ही कार्रवाई करेगी।

पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर 4 लाख रुपये की नकदी बरामद की है।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी। दिवाली से पहले शहर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आधी रात को शहर में तीन अलग-अलग स्थानों पर अवैध पटाखा गोदामों पर छापेमारी की। पुलिस ने 10 लाख रुपये से अधिक के पटाखे बरामद किए। जांच में पता चला कि आरोपी बिना किसी प्रचार-प्रसार के व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए पटाखे बेच रहे थे। जिले में ऐसे 15 से अधिक ग्रुप सक्रिय हैं।
पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 4 लाख रुपये की नकदी बरामद की है। आरोपियों की पहचान ईश्वर दत्त और मनीष के रूप में हुई है। रविवार रात शहर पुलिस को सूचना मिली कि मोहल्ला कायस्थवाड़ा और सैयद सराय में कुछ दुकानदार अवैध रूप से पटाखों का भंडारण और बिक्री कर रहे हैं।
पुलिस ने एक दुकान और एक घर पर छापेमारी कर भारी मात्रा में पटाखे बरामद किए। 3 लाख 99 हजार पांच सौ रुपये की नकदी भी बरामद की गई। छापेमारी की खबर से अन्य दुकानदारों में हड़कंप मच गया। दोनों स्थानों से पटाखों से भरे 12 कार्टन बरामद किए गए। पुलिस को पटाखों को थाने तक पहुंचाने के लिए कैंटर बुलाना पड़ा।
पुलिस ने एक अन्य जगह पर भी छापा मारा, लेकिन कोई पटाखा नहीं मिला। शहर के गुड़ बाजार और गोकल गेट के साथ-साथ बावल, कोसली और धारूहेड़ा में भी गोदामों में पटाखे बेचे जा रहे हैं।
व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए चल रहा पटाखा कारोबार
इस बार दुकानदारों ने प्रशासनिक कार्रवाई से बचने का नया तरीका निकाला है। वे व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर पटाखों के ऑर्डर ले रहे हैं और होम डिलीवरी भी कर रहे हैं। शहर में 15 से ज़्यादा व्हाट्सएप ग्रुप चल रहे हैं, जिनमें शहरी और ग्रामीण, दोनों इलाकों के दुकानदार जुड़े हुए हैं।
पुलिस ऐसे सभी व्हाट्सएप ग्रुप की जानकारी जुटा रही है। जल्द ही इनके संचालकों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। शहर के मुख्य बाज़ारों और कई मोहल्लों में अवैध पटाखों की बिक्री धड़ल्ले से चल रही है। इसके अलावा, बावल, धारूहेड़ा और कोसली में भी अवैध पटाखों की बिक्री धड़ल्ले से चल रही है।
अलवर, खैरथल और पटौदी से लाए जा रहे हैं पटाखे
जानकारी के अनुसार, रेवाड़ी, बावल, कोसली और धारूहेड़ा के ज़्यादातर थोक पटाखा विक्रेता राजस्थान के अलवर, खैरथल और पटौदी में पटाखे बनाते हैं। इन ज़िलों के दुकानदार वहीं से पटाखे ला रहे हैं। इन जगहों पर न सिर्फ़ सस्ते पटाखे मिलते हैं, बल्कि पुलिस से भी आसानी से बच निकलने का रास्ता मिल जाता है।
पुलिस ने कल रात छापेमारी कर भारी मात्रा में अवैध पटाखे ज़ब्त किए। मामला दर्ज कर दो लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। पुलिस अवैध रूप से पटाखे रखने वालों पर कड़ी नज़र रख रही है।
-सनीश कुमार, जाँच अधिकारी, सिटी थाना।
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