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    Rewari News: शहर में जगह-जगह लगे मलबे के ढेर, क्यों आंखें मूंदे बैठे हैं नप के अधिकारी?

    Updated: Fri, 12 Dec 2025 04:50 PM (IST)

    रेवाड़ी में सड़कों के निर्माण से निकला मलबा शहरवासियों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। 55 से अधिक स्थानों पर सड़कों का मलबा जमा होने से शहर में जगह-ज ...और पढ़ें

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    रेवाड़ी में जगह-जगह मलबे के ढेर लगे हैं। जागरण

    जागरण संवाददाता, रेवाड़ी। रेवाड़ी में आमजन की सुविधा के लिए बनाई जा रही सड़कों के मलबे ने शहरवासियों की समस्या को बढ़ा दिया है। शहर में 55 से अधिक स्थानों पर सड़कें बनाई जा रही है। तोड़ी गई सड़कों के करीब पांच सौ टन मलबे को नियमों को ताक पर रख शहर में ही जगह-जगह डाल दिया गया है, जिससे मलबे के पहाड़ बनने लगे है।

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    इससे न केवल शहर बदसूरत हो रहा बल्कि जिम्मेदारों की लापरवाही भी साफ दिखाई दे रही है। खुले में कचरा डालने पर आमजन का चालान किया जाता है, लेकिन शहर में डाले गए मलबे को लेकर ठेकेदार को नोटिस तक देना मुनासिब नहीं समझा गया है।

    बता दें कि पिछले दिनों शहर की बदहाल सड़कों की मरम्मत के लिए नप की ओर से टेंडर जारी कर सड़कों को तोड़कर कार्य शुरू कर दिया गया है, लेकिन सड़कों के कंक्रीट के मलबे को ठेकेदार द्वारा शहर के ब्रास मार्केट, अनाज मंडी के समीप, सेक्टर चार, कंटेनर डिपो के समीप, सेक्टर 18 में डाल दिया गया है।

    इस मलबे को शहर से बाहर डालना ठेकेदार की जिम्मेदारी होती है। बावजूद इसके मलबे को लेकर शहर के हालात बदत्तर होने लगे है। गलत तरीके से डाले गए इस मलबे को लेकर शहरवासियों में रोष है। जिम्मेदार अधिकारियों को भी अवगत कराया जा चुका है। इस मलबे को शहर से हटाने के लिए फिलहाल नप के पास कोई ठोस योजना नहीं दिखाई दे रही है।

    टेंडर जारी कर हटाना पड़ेगा मलबा

    अगर यूं ही चलता रहा तो सड़कों को तोड़कर जगह-जगह एकत्रित किए जा रहे इस कंक्रीट पत्थर मलबे से बड़े ढेर लग जाएंगे, जिसे साफ करना आसान नहीं होगा। बाद में कंक्रीट पत्थर के मलबे को हटाने के लिए मजबूरन नगर परिषद को टेंडर करने पडेंगे। इससे न केवल नप पर राजस्व बोझ पड़ेगा बल्कि आमजन को भी परेशानी झेलनी पड़ेगी।

    कई स्थानों पर तो मलबा इतना अधिक एकत्रित हो गया है कि यह रास्ता बाधित होने के साथ ही पूरे क्षेत्र को बदसूरत बना रहा है। काबिलेगौर है कि मलबा और अन्य मला और अन्य वेस्ट मेटेरियल इधर-उधर फेंकने पर आमजन के हजारों रुपये के चालान किए जाते थे, लेकिन ठेकेदार खुलेआम शहर में मलबा डाल रहे है। ठेकेदार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है

    सड़कों के मलबे को शहर में नहीं डाला जाना चाहिए। नप के अधिकारियों से बात जल्द ही इसका समाधान निकाला जाएगा। टेंडर की शर्तों की भी जांच की जाएगी। - अभिषेक मीणा, उपायुक्त रेवाड़ी