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    बदला हुआ है पेपर पैटर्न, ध्यान से करें हल

    By JagranEdited By:
    Updated: Thu, 28 Dec 2017 06:41 PM (IST)

    जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: सैनिक स्कूल में छठी और नौवीं कक्षा में दाखिलों के लिए प्रवेश पर ...और पढ़ें

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    बदला हुआ है पेपर पैटर्न, ध्यान से करें हल

    जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: सैनिक स्कूल में छठी और नौवीं कक्षा में दाखिलों के लिए प्रवेश परीक्षा की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। छठी और नौवीं कक्षा में प्रवेश के लिए 7 जनवरी को प्रवेश परीक्षा होगी। प्रदेश में रेवाड़ी और करनाल जिला के कुंजपुरा में सैनिक स्कूल में हर साल होने वाली प्रवेश परीक्षा को लेकर जिला के विभिन्न को¨चग सेंटरों में तैयारियां कराए जा रहे हैं।

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    बहुविकल्पीय प्रश्न उत्तर कर सकते हैं कन्फ्यूज:

    इस बार प्रवेश परीक्षा में प्रश्नों के बहुविकल्पीय उत्तर पर निशान लगाने होंगे। ओएमआर (ऑप्टिकल मार्क रीडर सीट) शीट में उत्तर उल्लेखित करने होंगे।

    छठी कक्षा का पेपर ढाई घंटे का होगा:

    छठी कक्षा की परीक्षा ढाई घंटे की होगी। इसमें गणित, सामान्य ज्ञान जिसमें सामान्य विज्ञान व सामाजिक विज्ञान, भाषा, ¨हदी व अंग्रेजी, बुद्धिमता अर्थात इंटेलिजेंस विषय के प्रश्न होंगे। ढाई घंटे की परीक्षा में विद्यार्थियों को विस्तार से लिखने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। कक्षा 9 में प्रवेश के लिए भी छात्र को उत्तर देने के लिए ओएमआर शीट आधारित परीक्षा देनी होगी। इसमें प्रवेश के लिए छात्र को गणित, अंग्रेजी, बुद्धिमता, सामान्य विज्ञान व सामाजिक विषय की तैयारी करनी चाहिए। विशेष बात यह है कि कक्षा छठी का प्रश्न पत्र ¨हदी व अंग्रेजी दोनों भाषाओं में उपलब्ध होगा । वही कक्षा 9वी का प्रश्न पत्र केवल अंग्रेजी भाषा में ही होगा।

    अर¨वद भारद्वाज, प्राध्यापक, सैनिक स्कूल रेवाड़ी।

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    छात्र को सभी विषयों का समय अनुसार गहन अध्ययन करना चाहिए ताकि वह परीक्षा में उत्तीर्ण हो सके। अभिभावकों को चाहिए कि वो अपने बच्चों को परीक्षा के संदर्भ में पहले से ही सभी बातों से अवगत करा दे। लिखित परीक्षा में मैरिट में आने वाले छात्रों को साक्षात्कार व मेडिकल प्रक्रिया से भी गुजरना पड़ता है। इससे पहले बच्चों को पूरी सावधानी से प्रश्नों को पढ़कर उन्हें बहुविकल्पीय उत्तर पर निशान लगाने से पहले जल्दबाजी करने से बचना होगा। इसके लिए बच्चों को अभी से ही अभ्यास कराना चाहिए।

    - महेश जांगड़ा, निदेशक, लक्ष्य को¨चग अकादमी।