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    चार हजार रुपये का निमोनिया का टीका अब लगेगा निशुल्क

    By JagranEdited By:
    Updated: Fri, 05 Oct 2018 09:40 PM (IST)

    पांच साल या इससे छोटे बच्चों की मृत्यु का अधिकांश मुख्य कारण न्यूमोनिया और डायरिया होते है। पीसीवी टीकाकरण अभियान से इन बच्चों की रोकथाम पर अंकुश लगाय ...और पढ़ें

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    चार हजार रुपये का निमोनिया का टीका अब लगेगा निशुल्क

    फोटो सख्या: 43

    ज्ञन प्रसाद, रेवाड़ी:

    पांच साल या इससे छोटे बच्चों की मृत्यु का मुख्य कारण न्यूमोनिया और डायरिया होते हैं। पीसीवी टीकाकरण अभियान से इन बीमारियों के कारण होने वाली बच्चों की मौत की रोकथाम पर अंकुश लगाया जाएगा। इसके लिए सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में पीसीवी-13 (न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन) के माध्यम से 9 माह तक के बच्चों को अलग-अलग अंतराल पर तीन टीके लगाए जाएंगे। काफी महंगा यह टीका अब तक सिर्फ निजी अस्पतालों में ही लगता था लेकिन अब सरकारी अस्पताल में ये निशुल्क लगेंगे। प्राइवेट अस्पतालों में पीसीवी की एक डोज की कीमत तीन से चार हजार रुपये है। अगले सप्ताह तक यह टीका सभी नागरिक अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व उपस्वास्थ्य केंद्रों में उपलब्ध होगा। वर्तमान में अप्रैल से सितंबर माह तक रेवाड़ी में शिशु मृत्यु दर का अनुपात एक हजार बच्चों पर 19 है।

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    शिशु मृत्यु दर कम करने के लिए शुरू हुआ अभियान:

    नागरिक अस्पताल में सिविल सर्जन डॉ. कृष्ण कुमार ने डेढ़ माह के बच्चे को पीसीवी टीका लगाकर अभियान का शुभारंभ किया। रेवाड़ी के साथ हिसार और पंचकूला में भी ट्रायल आरंभ किया गया है। शिशु मृत्यु दर कम करने के उद्देश्य से अटल जीवन रक्षा टीकाकरण योजना के तहत यह टीका लांच किया जा रहा है।

    डेढ़ माह, साढ़े तीन और नौ माह के बच्चे को लगेगा टीका:

    नोडल अधिकारी डॉ. भंवर ¨सह ने बताया कि पहला पीसीवी-1 डेढ़ माह के नवजात को, दूसरा साढ़े तीन माह तथा तीसरा पीसीवी बूस्टर नौ महीने में लगाए जाएंगे। पहले दो प्राइमरी टीके और तीसरा खसरा-मिजल टीका के साथ लगाया जाएगा।

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    पीसीवी वैक्सीन न्यूमोकोकस बैक्टीरिया से होने वाले न्यूमोनिया और अन्य बीमारियों से बचाव का सबसे कारगर तरीका है। इस टीके के इस्तेमाल से निमोनिया व डायरियां से होने वाली बाल मृत्युदर में कमी आएगी। हमने 15 हजार डोज का स्टॉक मंगा लिया है।

    - डॉ. कृष्ण कुमार, सिविल सर्जन