सपनों का शहर होगा रेवाड़ी, 2031 के प्लान पर मुहर
पीतल नगरी के नाम से सुविख्यात रेवाड़ी शहर प्रदूषण रहित सपनो का प्लान घोषित हो गया है।
महेश कुमार वैद्य, रेवाड़ी : पीतल नगरी के नाम से सुविख्यात रेवाड़ी शहर प्रदूषण रहित सपनों का शहर होगा। कोरोना संकट के बीच ही राज्य सरकार ने यहां के 'फाइनल डेवलेपमेंट प्लान-2031' पर स्वीकृति की मुहर लगा दी है। सरकार की स्वीकृति के बाद इस माह के प्रथम सप्ताह में ही अधिसूचना प्रकाशित हुई है। इस फाइनल डेवलेपमेंट प्लान (अंतिम विकास योजना/मास्टर प्लान) के अनुसार कुल 7 लाख की अनुमानित आबादी के लिए 40 सेक्टर होंगे। प्लान में शामिल किए गए नियंत्रित क्षेत्र का सर्वाधिक 44.81 फीसद भूभाग आवासीय गतिविधियों के लिए आरक्षित किया गया है। नेशनल हाईवे नंबर-8 (नया नंबर-48) को जोड़ने वाली प्रस्तावित 120 मीटर सड़क, बावल रोड़, गढ़ी बोलनी रोड़ व दिल्ली-जयपुर हाईवे की पश्चिमी सीमा भविष्य के शहर की शान होंगी। नेशनल हाईवे नंबर-352 से नारनौल रोड तक प्रस्तावित नया बाइपास भी अहम होगा। बाइपास न केवल यातायात की सुगम आवाजाही सुनिश्चित करेगा बल्कि शहर की शान भी बढ़ाएगा। दिल्ली-जयपुर हाईवे पर प्रस्तावित आरआरटीएस मेट्रो स्टेशन के पास ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर की खेल गतिविधियों के लिए अलग से सेक्टर आरक्षित किया गया है।
------
इनसेट:
किस क्षेत्र के लिए कितनी जगह प्रस्तावित: उपयोग कुल हेक्टेयर प्रतिशत आवासीय 2148 44.81
वाणिज्यिक 404 8.43
औद्योगिक 333 6.95
परिवहन एवं संचार 612 12.77
जन उपयोगिता 197 4.11
सार्वजिनक एवं
अर्धसार्वजनिक 341 7.11
खुले स्थान 758 15.82
------
सबसे कम रहेगा प्रदूषण रेवाड़ी जिले के अन्य शहरों एमबीआइआर व बावल के मुकाबले यहां पर प्रदूषण काफी कम रहेगा। कुल 4793 में प्रस्तावित डेवलेपमेंट प्लान में से उद्योगों के लिए केवल 333 हेक्टेयर जमीन का प्रस्ताव किया गया है। उद्योगों के लिए कम जमीन प्रस्तावित करने का कारण शहर के निकट बावल औद्योगिक क्षेत्र व नए प्रस्तावित शहर एमबीआइआर (मानेसर बावल इंवेस्टमेंट रीजन) में औद्योगिक उद्देश्य से पर्याप्त जमीन उपलब्ध होना है।
यहां यह बता दें कि सबसे पहले रेवाड़ी शहर के लिए वर्ष 2007 में ड्राफ्ट डेवलेपमेंट प्लान-2021 तैयार किया गया था। इसे फाइनल करने की बातें कई बार सामने आई, मगर 2019 आते-आते यह अतीत बन गया। मास्टर प्लान में की गई परिकल्पनाएं पूरी नहीं हुई। इस बीच सरकार ने बढ़ती आबादी को देखते हुए 20 अगस्त 2019 को रेवाड़ी शहर का ड्राफ्ट डेवलेपमेंट प्लान-2031 अधिसूचित किया था। इसे ही अब फाइनल किया गया है। वर्ष 2021 व 2031 में सबसे बड़ा बदलाव सेक्टरों की संख्या का है। तब सेक्टर 38 थे। अब यह संख्या बढ़कर 40 हो गई है। लालपुर गांव की राजस्व सीमा में सेक्टर संख्या 40 विकसित किया जाएगा।
------------- उज्जवल भविष्य की यह है वजह -डेडीकेटेड फ्रेट कारीडोर
-मानेसर-बावल इंवेस्टमेंट रीजन (निवेश क्षेत्र)
-रेपिड रीजनल ट्रांजिट सिस्टम (द्रुतगामी अर्बन मेट्रो)
-जिला मुंबई दिल्ली इंडस्ट्रियल कारीडोर में शामिल
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।