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    45 करोड़ में बनेगा आठ MLD का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, रेवाड़ी के लोगों को मिलेगी बड़ी राहत

    Updated: Thu, 18 Sep 2025 05:16 PM (IST)

    रेवाड़ी शहर में पेयजल समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए खुशखबरी है। भगवानपुर में 45 करोड़ रुपये की लागत से 8 एमएलडी क्षमता का नया जलघर बनेगा। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के प्रयासों से 10 एकड़ जमीन उपलब्ध कराई गई है। टेंडर प्रक्रिया शुरू हो गई है जिससे शहर में जल आपूर्ति सुचारू होने की उम्मीद है।

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    45 करोड़ रुपये में भगवानपुर में बनेगा आठ एमएलडी का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट

    प्रीतम सिंह, रेवाड़ी। लंबे समय से पेयजल समस्या से परेशान रेवाड़ी शहरवासियों को अब निजात मिलने की उम्मीद है। गांव भगवानपुर में करीब 10 एकड़ में बनने वाले आठ एमएलडी की क्षमता वाले नहरी पानी पर आधारित जलघर के निर्माण काे स्वीकृति मिल चुकी है।

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    बताया गया कि करीब 45 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले जलघर के निर्माण के लिए विभाग की ओर से टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। संभवतया अक्टूबर माह में टेंडर खुल जाएंगे।

    बता दें कि समय के साथ शहर की आबादी तो बढ़ी लेकिन पानी भंडारण की क्षमता पुरानी ही है। शहर की आबादी करीब तीन लाख है। पानीपत स्थित खूबडू से रेवाड़ी तक जवाहरलाल नेहरू कैनाल के माध्यम से पहुंचने वाले नहरी पानी की मात्रा करीब 600 क्यूसेक निर्धारित की गई है, लेकिन जिले को महज 300-400 क्यूसेक पानी ही मिल पाता है।

    कालाका गांव स्थित जलघर में पांच वाटर टैंक बनाए गए हैं, जिनकी क्षमता करीब 950 लाख गैलन है। लिसाना में बने दो वाटर टैंकों की क्षमता 340 लाख गैलन है। एक अन्य नए टैंक की क्षमता 32 करोड़ 640 लाख लीटर है। शहरवासियों को 15 दिन नियमित और उसके बाद एक दिन छोड़ एक दिन पयेजल मुहैया कराया जाता है, जिससे लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

    केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के प्रयासों से गांव भगवानपुर की ग्राम पंचायत की ओर से अतिरिक्त जलघर के लिए करीब 10 एकड़ जमीन मुहैया कराई गई है। इसके बाद जनस्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

    भगवानपुर जलघर तैयार होने के बाद नहरों और अन्य स्रोतों से लाए गए पानी को पर्याप्त मात्रा में एकत्रित किया जा सकेगा। इसके बाद आधुनिक तकनीक से शोधन कर शहर में पेयजल आपूर्ति की जाएगी।

    रामगढ़-भगवगानपुर के ग्रामीण कर रहे विरोध

    बता दें कि गांव रामगढ़ भगवानपुर 200 बेड का अस्पताल बनाओ संघर्ष समिति की ओर से जलघर निर्माण का विरोध किया गया है। उनका कहना है कि जलघर के जमीन इसलिए दी गई थी ताकि गांव में 200 बिस्तर का नागरिक अस्पताल का निर्माण हो, लेकिन अस्पताल निर्माण को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है।

    गांव भगवानपुर में आठ एमएलडी क्षमता वाले जलघर के निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस पर करीब 45 करोड़ रुपये की लागत आएगी। - विनय प्रकाश चौहान, कार्यकारी अभियंता, जन स्वास्थ्य विभाग