Rewari News: नहरी पानी पांच दिन पहले ही बंद, गहराएगा पेयजल संकट, अब दो दिन में एक बार मिल सकता है पानी
पंजाब और हरियाणा के बीच जल विवाद के कारण भाखड़ा बांध से पानी रोके जाने से रेवाड़ी में जल संकट गहरा गया है। सिंचाई विभाग से जनस्वास्थ्य विभाग अतिरिक्त पानी देने की मांग कर रहा है। अब दो दिन में एक बार पानी की आपूर्ति करने की तैयारी हो सकती है।

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: पंजाब और हरियाणा के बीच पानी विवाद के बाद भाखड़ा बांध का पानी रोके जाने के बाद रेवाड़ी वासियों की भी परेशानी बढ़ गई है।
इस बार जिले में पांच दिन पूर्व ही नहरी पानी बंद कर दिया गया है, जबकि यह सप्लाई 16 दिन आती थी। ऐसे में कालाका व लिसाना जलघर में 90 फीसदी वाटर टैंक ही भर सके हैं।
अब दो दिन में एक बार पानी की आपूर्ति हो सकती है
हालांकि जनस्वास्थ्य विभाग की ओर से और पानी के लिए सिंचाई विभाग को पत्र लिखा गया है। अगर पानी नहीं छोड़ा गया तो जल्द ही शहर में दो दिन में एक बार पानी की सप्लाई की जा सकती है।
बता दें कि भाखड़ा बांध से 16 दिन नहर में पानी आता है, लेकिन इस बार नहर में पानी आना पांच दिन पहले ही बंद हो गया है।
शहर में फिलहाल एक दिन छोड़कर एक दिन ही पानी की सप्लाई की जा रही है। ऐसे में लोगों को परेशानी भी झेलनी पड़ रही है।
ट्यूबवेल से पानी की सप्लाई करने का विकल्प देखा जा रहा
गर्मी के दिनों में पेयजल का भारी संकट है। शहर में नहरी पानी पर आधारित पेयजल परियोजना है। शहर में कालाका व लिसाना में बनाए गए आठ जलघरों में पानी का स्टोरेज किया जाता है।
उसके बाद पानी को फिल्टर कर बूस्टिंग स्टेशनों तक पहुंचाया जाता है, लेकिन इस बार टैंकों में पांच दिन कम पानी चला है। शहर में जल संकट बढ़ने पर विभाग की ओर से ट्यूबवेल से पानी की सप्लाई करने का विकल्प देखा जा रहा है।
कालाका में चार ट्यूबवेल लगे हैं। ट्यूबवेल के पानी जांच कराने के बाद जरूरत पड़ने पर पेयजल आपूर्ति में प्रयोग किया जा सकता है।
नहर में पानी आना पांच दिन पूर्व ही बंद कर दिया गया है। 13 मई तक नहर में पानी आना था। दोबारा पानी नहीं छोड़ा गया तो जल्द ही दो दिन छोड़कर पानी की सप्लाई की जा सकती है।
-हेमंत कुमार, जेई, जनस्वास्थ्य विभाग रेवाड़ी
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