भिवाड़ी में इन फैक्ट्रियों पर होगी कार्रवाई, मिलीभगत करने वाले अफसरों पर भी गिरेगी गाज
भिवाड़ी औद्योगिक क्षेत्र से निकलने वाले दूषित पानी पर वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री संजय शर्मा ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि बिना शोधित पानी छोड़ने वाली फैक्ट्रियों और मिलीभगत करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई होगी। हरियाणा द्वारा इस मुद्दे पर आपत्ति जताने के बाद मंत्री ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को तुरंत कार्रवाई करने के आदेश दिए।
जागरण संवाददाता, भिवाड़ी। भिवाड़ी औद्योगिक क्षेत्र से निकलने वाले गंदे व दूषित पानी पर अब सख्त कार्रवाई होगी। वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संजय शर्मा ने कहा कि खुले नालों, खेतों व सड़कों में बिना शोधित पानी छोड़ने वाली फैक्ट्रियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इतना ही नहीं, अगर इस काम में किसी अधिकारी की मिलीभगत पाई गई तो वह भी कार्रवाई से बच नहीं पाएगा। वे रीको रेस्ट हाउस भिवाड़ी में सरकारी विभागों की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि भिवाड़ी एक प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र है और वे चाहते हैं कि उद्योगों का विकास हो, लेकिन किसानों व आमजन को नुकसान पहुंचाने वाली औद्योगिक इकाइयों पर कार्रवाई की जाएगी।
हरियाणा भी प्रभावित, विवाद बना बड़ा मुद्दा
राज्य मंत्री ने कहा कि कई फैक्ट्रियां बिना शोधित पानी सीधे बाहर छोड़ देती हैं, जिससे किसानों की फसलें खराब हो रही हैं और गंभीर प्रदूषण फैल रहा है। यह पानी हरियाणा पहुंचकर वहां के नदी-नालों को दूषित करता है।
उन्होंने बताया कि हरियाणा ने इस मुद्दे पर कड़ी आपत्ति जताई है और स्पष्ट कर दिया है कि वे केवल स्वच्छ पानी ही लेंगे, गंदा पानी स्वीकार नहीं करेंगे। मंत्री ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी को ऐसे उद्योगों की तुरंत पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए।
मंत्री ने बताया कि अलवर बाईपास पर जलभराव की समस्या को लेकर राजस्थान और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों की बैठक हुई है। इस बैठक में वर्षों से चली आ रही इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने पर सहमति बनी है। जल्द ही भिवाड़ी और आसपास के लोगों को राहत मिलेगी।
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