रेवाड़ी रोडवेज बस स्टैंड हुआ डिजिटल, अब एलईडी स्क्रीन पर मिलेगी जानकारी
रेवाड़ी रोडवेज अब डिजिटल हो रहा है। बस स्टैंड पर नई एलईडी स्क्रीन लगाई गई हैं जिन पर बसों का टाइम टेबल दिखेगा। फिलहाल यह टाइम टेबल स्थानीय स्तर पर चलेगा लेकिन भविष्य में इसे यात्री सूचना प्रणाली (पीआईएस) से जोड़ा जाएगा। पीआईएस से जुड़ने के बाद यात्रियों को बसों के लिए घंटों इंतजार नहीं करना पड़ेगा क्योंकि टाइम टेबल ऑनलाइन हो जाएगा।
गोबिंद सिंह, रेवाड़ी। परिवहन विभाग रोडवेज को डिजिटल स्वरूप में विकसित करने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रहा है। रोडवेज बसों में पहले जहां ई-टिकटिंग मशीनें लागू की गईं, वहीं अब बसों को यात्री सूचना प्रणाली (पीआईएस) से जोड़ने की दिशा में तेजी से काम चल रहा है।
गत सोमवार को बस स्टैंड परिसर में अद्यतन तकनीक पर आधारित पांच एलईडी लगाई गईं। हालांकि पहले बस स्टैंड परिसर में एलसीडी लगी हुई थीं, जिनमें से दो-तीन एलसीडी ही चालू थीं। अब यात्री एलईडी के माध्यम से बसों की समय सारिणी देख सकेंगे।
यह समय सारिणी स्थानीय स्तर पर संचालित प्रणाली के अनुसार संचालित होगी। फिलहाल इन एलईडी को पीआईएस से नहीं जोड़ा गया है। भविष्य में इन एलईडी को पीआईएस से जोड़ा जाएगा, जिससे यात्रियों को रेलवे की तर्ज पर बसों के समय की जानकारी मिल सकेगी।
बता दें कि स्थानीय रोडवेज डिपो में रोडवेज बसों का डाटा यात्री सूचना प्रणाली (पीआईएस) पर फीड करने का काम किया जा रहा है। डाटा फीड होते ही टाइम लोकेशन ट्रैकिंग शुरू हो जाएगी। इसके बाद इन एलईडी को पीआईएस से भी जोड़ा जाएगा।
पीआईएस से जुड़ने के बाद बसों की समय-सारिणी मोबाइल की तरह एलईडी पर ऑनलाइन हो जाएगी। इससे यात्रियों को स्टैंड पर घंटों इंतजार नहीं करना पड़ेगा। अक्सर यात्रियों को बसों के लिए कई घंटों तक इंतजार करना पड़ता है।
125 रूटों पर 175 बसों का संचालन
रेवाड़ी डिपो में वर्तमान में 175 बसें हैं, जिनमें 10 एसी और पांच सिटी सर्विस बसें शामिल हैं। इन बसों का संचालन करीब 125 रूटों पर किया जा रहा है। वर्तमान में डिपो में 175 चालक और 251 कंडक्टर कार्यरत हैं। वर्तमान में डिपो में चालकों की कमी है। बसों की संख्या के हिसाब से और चालकों की आवश्यकता है।
बस स्टैंड परिसर में पांच एलईडी लगाई गई हैं। यह मुख्यालय का प्रोजेक्ट है और वहीं से लगाई गई हैं। फिलहाल इन बसों का समय-सारिणी स्थानीय स्तर पर ही संचालित की जाएगी। भविष्य में इन एलईडी को पीआईएस से जोड़ा जाएगा, जिससे रेलवे की तरह बसों की समय-सारिणी भी ऑनलाइन हो जाएगी।
- निरंजन कुमार, महाप्रबंधक रोडवेज
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