Rewari News: सोसायटियों में बार-बार हो रही घटनाएं... फिर क्यों आंखें मूंदे बैठे हैं अधिकारी?
रेवाड़ी की सोसायटियों में सुरक्षा व्यवस्था लचर है। एमटूके काउंटी हाइट्स में आग लगने के बाद भी सुधार नहीं हुआ। आरडब्ल्यूए ने बिल्डर को चेतावनी दी पर सुनवाई नहीं हुई। लिफ्ट में गार्ड नहीं कैमरे खराब और फायर सेफ्टी सिस्टम कागजी है। दीवारों और छतों की हालत जर्जर है। प्रशासन और बिल्डर दोनों ही आरडब्ल्यूए की शिकायतों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।

सुनील चौहान, जागरण, धारूहेड़ा (रेवाड़ी)। रेवाड़ी में औद्योगिक क्षेत्र में बनाई गई सोसायटियों में सुरक्षा के इंतजाम ठीक नहीं है। कहीं फायर सेफ्टी नहीं तो कहीं रखरखाव की समस्या है। इन सोसायटियां में से एक है एमटूके काउंटी हाइट्स है, जहां कुछ दिन पूर्व ही नौंवी मंजिल आगजनी की घटना हुई थी। भारी-भरकम मेंटेनेंस शुल्क देने के बावजूद यहां बुनियादी सुविधाएं नहीं है। आरडब्ल्यूए की ओर से भी कई बार बिल्डर को चेतावनी दी गई है। मामला रेरा तक पहुंच गया है।
बता दें कि सोसायटियों में सुरक्षा व्यवस्था लचर है, लिफ्ट में कोई गार्ड नहीं, कई सीसीटीवी कैमरे खराब पड़े हैं और फायर सेफ्टी सिस्टम सिर्फ कागजों में मौजूद है। धुआं निकलने पर बजने वाले अलार्म तक काम नहीं करते। आरडब्ल्यूए दो साल में तीन बार उपायुक्त, डीटीपी और मुख्यमंत्री को शिकायत दे चुका है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं है।
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बिल्डर की ओर से मनमर्जी से लेआउट बदलकर तोडफोड कर दी जाती है। सभी सोसायअियों में इन और आउट गेट अलग-अलग होते है, लेकिन यहां यह बडी समस्या है। आरडब्ल्यूए की ओर से एक मार्च 2023 को डीटीपी, उपायुक्त व सीएम को भी शिकायत की है। उस समय बिल्डर ने तीन माह का समय दिया था, लेकिन अभी तक आउट गेट नहीं बनाया गया है।
दीवार व छत हुई जर्जर
रखरखाव के अभाव में फ्लैट्स की छतों से प्लास्टर गिरने लगा है। दीवारें क्षतिग्रस्त हो गई है। कई जगह तो टाइलें ही गिर गई है। बेसमेंट की हालत तो इतनी खराब है हर चीज जंग खा चुकी है। पार्किंग के नाम पर राशि वसूली गई थी, पार्किंग की कोई सुविधा नहीं है। सुबह शाम वाहनों को निकालने में लोगों को काफी परेशानी होती है।
शिकायतों को लेकर आरडब्ल्यूए पिछले कई सालों से प्रशासन व बिल्डर को बार बार अवगत करवा रही है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं कर रहे है। लाखों रुपये खर्च करने के बावजूद लोग सुविधाओं से तरस रहे है। - प्रवीण यादव, प्रधान आरडब्ल्यूए
बिल्डर को सुविधाएं पूरी किए बिना ही प्रशासन की ओर से एनओसी जारी की गई है। अब न तो प्रशासन सुन रहा और न ही बिल्डर कोई जबाब देता है। आरडब्लूए बार-बार शिकायत कर रही है। - विकास, सह सचिव, आरडब्ल्यूए
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