Rewari News: नगर परिषद ने सफाई के लिए बनाया नया टेंडर प्लान, शहर को तीन से चार जोन में बांटा जाएगा; इस दिन जारी होंगे टेंडर
रेवाड़ी नगर परिषद सफाई व्यवस्था को सुधारने के लिए शहर को जोन में बांटकर सफाई टेंडर करने की योजना बना रही है। डीएमसी ब्रह्मप्रकाश अहलावत ने पार्षदों के साथ बैठक में सहयोग मांगा और शहर को स्वच्छ बनाने का विजन रखा। पार्षदों ने सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर सवाल उठाया।

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी। सफाई व्यवस्था के मामले में मैनपावर की कमी से जूझ रही नगर परिषद ने अब शहर को तीन से चार जोन में बांटकर सफाई के टेंडर करने का निर्णय लिया है। फिलहाल इसका असेसमेंट कार्य किया जा रहा है। जल्द ही टेंडर हो जाएगा, जिसके बाद टेंडर लेने वाली फर्म के माध्यम से पूरे शहर की रोजाना एक साथ सफाई कराई जाएगी।
वर्तमान में नगर परिषद के पास शहर की आबादी के हिसाब से एक चौथाई सफाई कर्मचारी भी नहीं हैं। इसे ध्यान में रखते हुए पूरा खाका तैयार किया जा रहा है। उधर, सोमवार दोपहर को डीएमसी ब्रह्मप्रकाश अहलावत ने शहर के सभी 31 वार्डों के पार्षदों सहित मनोनीत पार्षदों के साथ सफाई व्यवस्था को लेकर एक अहम बैठक की। डीएमसी ने सभी पार्षदों से शहर को स्वच्छ बनाने के लिए सहयोग मांगा है।
दरअसल, शहर की आबादी वर्तमान में करीब ढाई लाख है। बाहरी क्षेत्र में कई कॉलोनियां विकसित हो गई हैं। जबकि नगर परिषद के पास मात्र 326 सफाई कर्मचारी हैं। इनमें से करीब 100 सफाई कर्मचारी अफसरों व नेताओं के बंगलों पर ड्यूटी कर रहे हैं।
ऐसे में तमाम कोशिशों के बावजूद सफाई व्यवस्था में सुधार नहीं हो पा रहा है। करीब 25 दिन पहले डीएमसी ब्रह्मप्रकाश ने बंगलों में काम कर रहे कुछ सफाई कर्मचारियों को वापस बुला लिया था। पर्याप्त सफाई कर्मचारी न होने के कारण पूरे शहर की सफाई प्रतिदिन नहीं हो पाती।
पार्षदों के साथ बैठक में डीएमसी ने रखा विजन
दोपहर में नगर परिषद के सभागार में हुई बैठक में डीएमसी ब्रह्मप्रकाश अहलावत ने पार्षदों से सफाई व्यवस्था को लेकर सहयोग मांगा। डीएमसी ने कहा कि शहर के बाहरी इलाकों में सफाई अभियान पहले से ही चल रहा है, अगर पार्षद भी मिलकर काम करें तो अंदरूनी इलाका भी साफ-सुथरा हो जाएगा। उन्होंने पार्षदों से आह्वान किया कि वे सप्ताह में एक दिन श्रमदान करें और सफाई में सहयोग करें। डीएमसी ने कहा कि मेरा लक्ष्य शहर को स्वच्छ बनाना है। शहर साफ-सुथरा होगा तो व्यापार बढ़ेगा, लोगों को इसका लाभ मिलेगा। यह किसी एक व्यक्ति से नहीं, बल्कि सभी की भागीदारी से संभव होगा।
चाय के कप देखकर उठा सिंगल यूज़ प्लास्टिक का मुद्दा
बता दें कि बैठक के बीच में नगर परिषद की ओर से पार्षदों और अधिकारियों के लिए चाय मंगवाई गई थी। लेकिन जब चाय प्लास्टिक के कप में आई, तो एक पार्षद प्रतिनिधि ने बीच में ही टोकते हुए कहा कि सिंगल यूज़ प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने का ताबड़तोड़ प्रचार और चालान काटे जा रहे हैं, लेकिन उन्हें प्लास्टिक के कप में चाय दी जा रही है। बैठक में मौजूद जिला पार्षद ने भी इस पर नाराजगी जताई।
आबादी के हिसाब से हमारे पास मैनपावर बहुत कम है। सफाई के लिए टेंडर जारी किए जाएँगे। इससे पहले मूल्यांकन किया जा रहा है। पार्षदों के साथ बैठक में स्वच्छता से जुड़े अहम बिंदुओं पर चर्चा हुई है। सभी से सहयोग की अपील की गई है।
-ब्रह्मप्रकाश अहलावत, जिला पार्षद।
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