Festival Trains: एनसीआर से ट्रेन के जरिये यूपी-बिहार जाने में परेशानी, दीपावली से पहले ही सीटें फुल
अक्टूबर में त्योहारों के मौसम की शुरुआत के साथ रेवाड़ी से चलने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों में सीटों के लिए मारामारी बढ़ गई है। दीपावली तक सीटें फुल हो गई हैं खासकर यूपी और बिहार जाने वाली ट्रेनों में 50 से 100 तक वेटिंग लिस्ट है। यात्रियों को परेशानी हो रही है और उन्होंने रेलवे से अतिरिक्त ट्रेनों की मांग की है।

ज्ञान प्रसाद, रेवाड़ी। त्योहारों के सीजन की शुरुआत अक्टूबर में होगी। हर बार की तरह इस बार भी त्योहार से पहले ट्रेनों में सीट नहीं मिलने की परेशानी डेढ़ माह पहले ही बढ़ गई है। रेवाड़ी के रास्ते चलने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों में दीपावली तक सीटें अभी से फुल हो गई है।
वेटिंग लिस्ट 50 से लेकर 100 तक पहुंच गई है। इनमें सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश और बिहार के प्रमुख शहर तक जाने वाली ट्रेनें शामिल है। त्योहार नजदीक आते-आते सीट कन्फर्म होना मुश्किल है। यह स्थिति दीपावली के बाद आने वाले छठ पर्व के बाद तक बनी रह सकती है।
दरअसल, इस बार दीपावली का पर्व 22 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इसके कुछ दिन बाद ही छठ पर्व है। रेवाड़ी जिले में दो बड़े औद्योगिक क्षेत्र बावल और धारूहेड़ा है। इन दोनों क्षेत्र के अलावा रेवाड़ी शहर में भी बड़ी संख्या में अप्रवासी लोग रहते है। जिनमें अधिकांश उत्तर प्रदेश और बिहार के रहने वाले है।
त्योहारों का सीजन शुरू होने से पहले ही रेवाड़ी के रास्ते चलने वाली लंबी दूरी की लगभग सभी ट्रेनों में सीटें फुल हो चुकी है और इनमें 100 से ज्यादा वेटिंग लंबी वेटिंग चल रही है। अधिकांश ट्रेनों में स्लीपर से लेकर एसी तक में कोई कन्फर्म सीट नहीं है।
इन ट्रेनों में 50 से लेकर 100 तक वेटिंग
प्रत्येक बुधवार को चलने वाली कामाख्या एक्सप्रेस. शुक्रवार को चलने वाली बनारस वीकली एक्सप्रेस, शनिवार को चलने वाली न्यू जलपाईगुडी वीकली एक्सप्रेस, गुरुवार को चलने वाली हावड़ा वीकली एसएफ एक्सप्रेस, सोमवार, मंगलवार, बृहस्पतिवार को चलने वाली किशनगंज गरीब नवाज एक्सप्रेस, शुक्रवार व शनिवार को चलने वाली मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस, मंगलवार को चलने वाली सुल्तानपुर एसएफ एक्सप्रेस ट्रेनों में दीपावली तक 50 से लेकर 100 तक वेटिंग पहुंच गई है। यह सभी ट्रेनों उत्तर प्रदेश के प्रयागराज, लखनऊ, अयोध्या कैंट, कानपुर सेंट्रल, बिहार के पटना, कटिहार सहित कई बड़े शहरों तक चलती है।
ट्रेनों में जगह नहीं मिलने के कारण कई साल से त्योहार में घर ही नहीं जा पाते। बच्चों के साथ इन दिनों यात्रा करना काफी मुश्किल होता है। रेवाड़ी से तो सीट कन्फर्म ही नहीं हो पाती। चार पांच साल से त्योहार के दिनों में घर जाने का अवसर ही नहीं मिला। यहां से गोरखपुर, सीवान, गोंडा, कटिहार आदि के लिए कोई सीधे बस सुविधा भी नहीं है। वैसे भी बस में यात्रा करना बहुत मंहगा पड़ता है।
- अजीत कुमार, कंपनी बाग रेवाड़ी
रेलवे को त्योहार से एक-दो महीने पहले ही अतिरिक्त ट्रेनें शुरू कर देनी चाहिए। खासकर बिहार और उत्तर प्रदेश के लिए, क्योंकि यहां के लोग बड़ी संख्या में रेवाड़ी और साथ लगते राजस्थान के औद्योगिक क्षेत्रों में काम करते हैं। अभी से दीपावली तक अधिकांश ट्रेनों में सीटें फुल हो चुकी है। मैं बिहार के समस्तीपुर का रहने वाला हूं। मेरी टिकट अभी से कन्फर्म नहीं हो पा रही है।
-राजीव यादव, विकास नगर रेवाड़ी
पिछले दिनों उत्तर पश्चिम रेलवे के प्रबंधक रवि जैन के रेवाड़ी आगमन के दौरान त्योहारी सीजन में उत्तर प्रदेश, बिहार, असम, पश्चिम बंगाल की ओर जाने वाली ट्रेनों में अतिरिक्त डिब्बे बढ़ाने के साथ वाशिंग लाइन सुविधा आरंभ कराने की मांग की थी। सत्र 2013-14 के पिंक बुक के अनुसार रेवाड़ी स्टेशन पर हरिनगर में इलेक्ट्रिक शेड के लिए जगह ली गई थी लेकिन आज तक काम आरंभ नहीं हुआ है। इसके अलावा डबल डेकर और दुरंतों ट्रेन का रेवाड़ी में ठहराव कराने की मांग कर चुके हैं।
- हरीश कुमार भारद्वाज, प्रधान, दैनिक रेलयात्री संघ
दीपावली और छठ पर्व पर रेलवे की तरफ से स्पेशल ट्रेनें चलाई जाती है और इस बार भी काफी संख्या में स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही है। यहां भी आवश्यकता होगी उन रूट पर चलने वाली ट्रेनों में अतिरिक्त डिब्बे भी लगाए जाएंगे। यात्रियों को किसी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी।
-कैप्टन शशि किरण, पीआओ, उत्तर पश्चिम रेलवे, जयपुर
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