1150 लोगों की खत्म नहीं हो रही समस्याएं, पंचायती भवन भी जर्जर... चौंका देगी रेवाड़ी की ये रिपोर्ट
रेवाड़ी जिले के ढाणी शोभा गांव में कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। गांव के मुख्य मार्ग पर गंदगी और दूषित पानी जमा होने से लोगों को परेशानी हो रही है। पंचायत घर का नया भवन नहीं बना है और फिरनी का काम अधूरा है। कच्चे रास्तों और पीने के पानी की कमी से ग्रामीण परेशान हैं। जिम्मेदार लोगों द्वारा समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है।

संवाद सहयोगी, कुंड (रेवाड़ी)। रेवाड़ी में जिला मुख्यालय से 33 किलोमीटर दूर स्थित ढाणी शोभा गांव में समस्याएं अनदेखी के कारण विकराल रूप ले चुकी हैं, लेकिन जिम्मेदारों की तरफ से कोई सुध नहीं ली जा रही है।
बावल विधानसभा क्षेत्र के अंगर्तत आने वाले इस गांव की आबादी 1150 हैं, जिसमें 750 मतदाता है। गांव के मुख्य मार्ग पर लंबे समय से लगे गदंगी के ढेर और जमा दूषित पानी ग्रामीणों के लिए परेशानी बना हुआ है।
इस गांव के पंचायत घर भवन भी जर्जर होने के चलते गिरा तो दिया गया है, लेकिन आज तक नया भवन नहीं बनाया गया है। इसके अलावा गांव में फिरनी का काम भी अधूरा पड़ा हुआ है। रास्ते के बीच में बिजली के खंभे खड़े हैं, जिसके चलते आवागमन में भारी परेशानी हो रही है।
अहरोद, बासदूदा, नागंल जमालपुर को जाने वाले रास्ते भी कच्चे हैं।गांव में पीने के पानी की भी समस्या है। इसके चलते ग्रामीणों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।
रास्ते पर जलभराव बढ़ा रहा ग्रामीणों की परेशानी
गांव के मुख्य मार्ग पर लंबे समय से लगे गदंगी के ढेर और जमा दूषित पानी जमा हो रहा है, जिसके कारण ग्रामीणों को आवागमन में भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। दूषित पानी के कारण कई दोपहिया वाहन चालक गिरकर घायल भी हो चुके हैं।
अधूरी फिरनी, परेशानी पूरी
गांव में फिरनी यानी सड़क का निर्माण कार्य माह से अधूरा पड़ा हुआ है, जिसको लेकर ग्रामीण कई बार मांग उठा चुके हैं, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। वहीं रास्ते के बीच में बिजली के खंभे खड़े हैं, जिसके चलते रास्ता न के बराबर बचा हुआ है। इसे कारण ग्रामीणों को आवागमन में भारी परेशानी हो रही है।
पेयजल की समस्या बढ़ा रही परेशानी
पीने के पानी की समस्या भी ग्रामीणों की परेशानी बढ़ा रही है। गांव में ट्यूबवेल आधारित पेयजल आपूर्ति है, जिससे मुश्किल से गांव में 20 मिनट पानी ही पहुंच रहा है। ग्रामीणों के अनुसार एक ही मोटर से इतने बड़े गांव में पानी की आपूर्ति की जा रही है। एक मोटर से इतने बड़े गांव में पानी की पूर्ति करना मुश्किल हो रहा है, लेकिन जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं।
संपर्क मार्ग का भी नहीं हुआ निर्माण
अहरोद, बासदूदा, नागंल जमालपुर को जाने वाले रास्ते भी कच्चे हैं। इन रास्तों दो-दो फीट तक रेत जमा है, जिससे दोपहिया वाहनों का निकलना तो दूर पैदल चलना मुश्किल हो जाता है। जबकि पंचायत की तरफ से प्रस्ताव पास करके सरकार के पास भेजे हुए हैं, लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई है।
हमारे गांव से अहरोद तक सड़क का निर्माण पिछले 25 सालों से नहीं हुआ है। तत्कालीन मुख्यमंत्रियों को भी कई बार अवगत कराया जा चुका है, लेकिन आज तक समस्या जस की तस बनी हुई है। गांव की सफाई व्यवस्था भी चरमराई हुई है। - राहुल यादव, पंच
अवैध कब्जों के कारण गांव के मुख्य आवाजाही के रास्ते बंद हैं। वहीं गांव में विकास कार्य भी लंबे समय से बंद पड़े हैं, जिसके कारण ग्रामीण परेशान हैं। फिलहाल गांव मे पंचायत घर भी नहीं है। - नीरज यादव, ग्रामीण
गांव की मुख्य फिरनी में बीचों-बीच डिवाइडर बना दिया गया है। यहां पर एक तरफ का रास्ता बंद है। सड़क के बीच बिजली के खंभे खड़े हैं। गांव के कई संपर्क मार्ग आज भी कच्चे हैं। - अभिमन्यु, ग्रामीण
गांव में दूषित पानी निकासी से लेकर कई समस्याएं, जिनका आज तक समाधान नहीं हुआ है। सरपंच भी समस्याओं को बार-बार सरकार के सामने उठा चुकी हैं, लेकिन समाधान नहीं होने से ग्रामीण परेशान हैं। - दयाराम, ग्रामीण
गांव में फिरनी यानी सड़क का निर्माण कार्य माह से अधूरा पड़ा हुआ है, जिसको लेकर ग्रामीण कई बार मांग उठा चुके हैं, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। - वीर सिंह, ग्रामीण
गांव में पेयजल की आपूर्ति ट्यूबवेल आधारित है। ट्यूबवेल को सही तरीके से नहीं लगवाया गया, जिसके कारण गांव में 20-25 मिनट तक ही एक तरफ पानी की आपूर्ति होती है। आपूर्ति के अभाव में ग्रामीण परेशान हैं। - सरोज, पंच
पानी की समस्या का जल्द समाधान कराया जाएगा। इसको लेकर प्रशासन को अवगत कराया हुआ है। वहीं गांव मुख्य मार्ग पर जमा दूषित पानी की समस्या का भी जल्द समाधान कराया जाएगा। संपर्क मार्ग के निर्माण को लेकर प्रस्ताव पास करके सरकार के पास भेजे हुए हैं, वहां से बजट मिलते ही निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाएगा। - कमला देवी, सरपंच ढाणी शोभा
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