Rewari News: बारिश के कहर से फसलें बर्बाद होने से संकट में किसान, क्या मुआवजे के लिए खुलेगा पोर्टल?
रेवाड़ी में लगातार बारिश से किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं जिससे उन्हें भारी नुकसान हुआ है। कृषि विभाग के अनुसार लगभग 85 हजार एकड़ फसल खराब हो गई है। किसानों ने मुआवजे की मांग करते हुए सरकार से सभी गांवों के लिए मुआवजा पोर्टल खोलने का आग्रह किया है। नुकसान को लेकर किसानों ने एसडीएम को ज्ञापन भी सौंपा है।

गोबिंद सिंह, रेवाड़ी। पिछले कई दिनों से नियमित अंतराल पर हो रही बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। अत्यधिक बारिश के कारण खेतों में खड़ी बाजरे व कपास की पकी फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई हैं। खेतों में जलभराव के कारण काटकर रखी गई बाजरे की बाली (सीता) में दाने फिर से अंकुरित होने लगे हैं।
कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिले में करीब 85 हजार एकड़ कपास व बाजरे की फसल जलभराव के कारण खराब हुई है, जिसके संबंध में कृषि विभाग की ओर से पिछले दिनों मुख्यालय को रिपोर्ट भी भेजी गई है। जबकि सरकार की ओर से नुकसान की जानकारी देने के लिए कोसली विधानसभा के केवल सात गांवों के लिए ही पोर्टल खोला गया है।
सरकार के इस फैसले से किसानों व किसान संगठनों में भारी रोष है। उन्होंने सभी गांवों के लिए मुआवजा पोर्टल खोलने की मांग उठाई है। उन्होंने जल्द पोर्टल न खुलने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। जून से अब तक जिले में 600 एमएम से अधिक बारिश हो चुकी है। 117 गाँवों में फसलों को ज़्यादा नुकसान
बारिश के कारण खेतों में जलभराव के कारण 117 गाँवों में फसलों को नुकसान पहुँचा है। राजस्व विभाग ने तहसील के अनुसार रिपोर्ट तैयार कर ली है। राजस्व विभाग द्वारा किसानों को रिपोर्ट भेजने के बावजूद, अभी तक सभी गाँवों के लिए पोर्टल नहीं खोला गया है।
किसानों ने मुआवजे की मांग को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा
नाहड़ गाँव के किसानों ने शुक्रवार को एसडीएम कोसली को ज्ञापन सौंपकर क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से किसानों की फसलों को हुए नुकसान के लिए सरकार और प्रशासन से मुआवज़ा दिलाने की माँग की है।
एसडीएम को सौंपे गए पत्र में किसानों ने कहा है कि सरकार और प्रशासन के अधिकारी मौके पर जाकर खेतों में किसानों की फसलों का निरीक्षण करें और रिपोर्ट भेजें। किसानों ने मुआवज़ा पोर्टल खोलने की माँग की है ताकि किसानों की फसलों को हुए नुकसान की रिपोर्ट दर्ज की जा सके।
इस अवसर पर कृष्णचंद्र गनवाल, रामपाल यादव, दयानंद यादव, राजेंद्र यादव, सुरेंद्र यादव, हेमचंद्र यादव, प्रेमप्रकाश, ईश्वर सिंह, सुदेश कुमार, नरेश कुमार, उदय सिंह, सुमेर सिंह, सुरेश कुमार आदि उपस्थित थे।
जिले भर से लगभग 85 हजार एकड़ में कपास और बाजरे की फसलों को हुए नुकसान की सूचना हमें प्राप्त हुई है, जिसे मुख्यालय भेज दिया गया है। कुछ स्थानों पर फसल पूरी तरह से खराब हो गई है, जबकि कुछ स्थानों पर 50 प्रतिशत तक नुकसान हुआ है।
- अनिल यादव, खंड कृषि अधिकारी
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