रेवाड़ी में एक और कमर्शियल सेक्टर विकसित करने की तैयारी, 18 करोड़ रुपये का बजट मंजूर
रेवाड़ी में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) की वाणिज्यिक साइटों का विकास अधूरा है। सेक्टर पांच में शौचालय और पार्क जैसी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है सड़कें टूटी हैं और गंदगी फैली है। सचिवालय के पीछे और सेक्टर 18 की साइटों पर अवैध कब्जे हैं जिससे विकास बाधित है। एचएसवीपी का कहना है कि विकास कार्य जारी है।

प्रीतम सिंह, रेवाड़ी। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) की ओर से एक और कमर्शियल सेक्टर विकसित करने की तैयारी की जा रही है। इसको सेक्टर 17 के रूप में विकसित करने के लिए 18 करोड़ रुपये का अनुमानित बजट मंजूर किया गया है। एचएसवीपी के कार्यकारी अभियंता की ओर से इस्टेट अधिकारी को पत्र भेजकर डिमार्केशन का प्लान मांगा गया है। उसके बाद ही अन्य टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
लेकिन प्राधिकरण पहले विकसित किए गए कमर्शियल सेक्टर पांच और लघु सचिवालय के पीछे कमर्शियल साइट व सेक्टर 18 की कमर्शियल साइटों को वर्षों बाद भी विकसित नहीं किया गया है। इनमें आज भी मूलभूत सुविधाओं का भी अभाव है। बता दें कि शहर में एकमात्र सेक्टर पांच ही कमर्शियल सेक्टर के रूप में विकसित किया गया है।
अब प्राधिकरण की ओर से सेक्टर 18 के समीप ही बावल रोड की ओर से सेक्टर 17 को कमर्शियल सेक्टर के रूप में विकसित करने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए अनुमानित बजट भी मंजूर किया गया है, लेकिन सवाल यह है कि क्या सेक्टर पांच की तरह की इसको भी विकसित किया जाएगा। सेक्टर पांच में न शौचालय है और न ही पार्क विकसित किए गए है। सड़कें भी टूटी हुई है। जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए है।
इस सेक्टर के हालात यहां के विकास की कहानी खुद बयान कर देते है। स्थानीय दुकानदारों ने कई बार प्राधिकरण को अवगत कराया है, लेकिन कोई ध्यान नहीं है। कमोबेश यही हालात लघु सचिवालय के पीछे विकसित की गई कमर्शियल साइट का भी है।
प्राधिकरण की ओर से यहां बिजली, सड़क व सीवरेज तक डलवा दिए थे, लेकिन अब यहां सड़के उखड़ चुकी है। सीवरेज भी बदहाल है। इस साइट को अवैध पार्किंग व रोडी-बजरी बेचने वाले इस्तेमाल करते है।
कमर्शियल सेक्टर को विकसित करने का कार्य एक्शन कार्यालय के माध्यम से किया जा रहा है। कमर्शियल साइटों को भी विकसित करने पर ध्यान दिया जा रहा है। -दीपक घनघस, संपदा अधिकारी, एचएसवीपी रेवाड़ी
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