Rewari News: बेजुबानों की मौत के बाद भी लीपापोती, कार्रवाई के नाम पर सिर्फ शोकाज नोटिस
रेवाड़ी के बनीपुर गांव में रासायनिक पानी पीने से 13 पशुओं की मौत हो गई। फैक्ट्रियों से निकलने वाले दूषित पानी से भूजल स्तर खराब हो गया है और लोग बीमार ...और पढ़ें

मुकेश शर्मा, रेवाड़ी। गांव बनीपुर में रसायन युक्त पानी पीने के बाद तड़प-तड़प कर 13 बेजुबानों की मौत कोई छोटी घटना नहीं है। बेजुबान की मौत ही नहीं, पिछले कई सालों से फैक्ट्रियों से निकलने वाले दूषित पानी के विरोध में आवाज उठाने वाले लोग भी गवाह है कि रसायन युक्त पानी ने किस कदर उनकी भूमि, शरीर और आबोहवा में जहर घोलने का काम किया है।
जिम्मेदारों की मिलीभगत के बिना यह संभव नहीं
मगर उसके बावजूद जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा सिर्फ कारण बताओ नोटिस देना यह दर्शाता है कि अब भी लीपापोती से ज्यादा कुछ नहीं। न पुलिस ने मामला दर्ज किया न जिम्मेदार अधिकारियों ने कोई बड़ा एक्शन लिया। प्रदूषण बोर्ड ने भले ही कारण बताओ (शोकाज) नोटिस देकर सात दिन में जवाब मांग लिया, लेकिन सवाल यह है कि बगैर एनओसी फैक्ट्री चल कैसे सकती है।
लोग गंभीर बीमारियों से हो चुके ग्रस्त
दरअसल, बावल औद्योगिक क्षेत्र के गांव आसलवास, बनीपुर, पातुहेड़ा, सुठाना, ड्योढई, करनावास के अलावा धारूहेड़ा औद्योगिक क्षेत्र में मसानी, खरखड़ा, भटसाना सहित ऐसे कई गांव है, जिनका भूजल स्तर रसायन युक्त पानी की वजह से खराब श्रेणी में पहुंच गया है।
लोग किडनी, त्वचा सहित अन्य बीमारियों से ग्रस्त हो चुके हैं। मामला एनजीटी तक पहुंच चुका है। लेकिन बावजूद इसके प्रदूषण बोर्ड के अधिकारियों ने अपनी जिम्मेदारी का सही से पालन नहीं किया। एक दिन पहले ही राज्य मानवाधिकार आयोग ने अवैध से तरीके शहर में चलने वाली फैक्ट्री के मामले में जिला प्रशासन और प्रदूषण बोर्ड की निष्क्रियता पर गंभीर चिंता व्यक्त की थी।
इस तरह की फैक्ट्री बावल और धारूहेड़ा में भी काफी संख्या में है, जिनमें काफी फैक्ट्रियों के पास तो अलग-अलग विभागों की एनओसी तक नहीं है। हालांकि 13 गोवंशी की मौत के बाद तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे। रसायन युक्त पानी का सैंपल भी लिया गया है। सैंपलिंग पहले भी धारूहेड़ा क्षेत्र में हुई है। सैंपल की रिपोर्ट तक में पानी में रसायन मिला होने की पुष्टि हो चुकी। लेकिन उसके बाद भी वही सवाल कार्रवाइ के नाम पर कुछ नहीं हुआ।
निश्चित तौर पर कार्रवाई करेंगे
फैक्ट्री संचालक को शोकाज नोटिस दिया गया है। जिस पानी को पीने से गोवंशी की मौत हुई उसकी सैंपलिंग भी कराई गई है। पुलिस भी मामले की जांच कर रही हैं। रिपोर्ट और जांच के बाद निश्चित तौर पर संबंधित लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
अभिषेक मीणा, उपायुक्त, रेवाड़ी

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।