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    खेलकूद प्रतियोगिताओं में अब नहीं चलेगा उम्र छुपाने का 'खेल', लागू हुआ नया नियम

    Updated: Wed, 02 Jul 2025 03:31 PM (IST)

    रेवाड़ी में स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने आयु फ्रॉड को रोकने के लिए एज वेरिफिकेशन टेस्ट (एवीटी) रिपोर्ट अनिवार्य कर दिया है। खेलकूद प्रतियोगिताओं में खिलाड़ियों की आयु को लेकर होने वाले विवादों को कम करने के लिए यह कदम उठाया गया है। एसजीएफआइ ने आयु फ्राड मिलने पर डोपिंग की तरह प्रतिबंध लगाने की चेतावनी दी है।

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    अक्सर खिलाड़ियों की आयु को लेकर विवाद होते रहते हैं।

    ज्ञान प्रसाद, रेवाड़ी। खेलकूद प्रतियोगिताओं में अक्सर खिलाड़ियों की आयु को लेकर विवाद होते रहते हैं। प्रतियोगिताएं जीतने के लिए बड़ी आयु के खिलाड़ियों को कम आयु का दिखाकर खिलाने के आरोप लगते हैं। स्थानीय स्तर की प्रतियोगिताओं में कम और राज्य और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिाताओं में इस प्रकार के मामले ज्यादा रहते हैं। इसमें भी अधिकांश शिकायतें स्कूली खेलकूद प्रतियोगिताओं में ज्यादा मिलते हैं।

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    इस प्रकार के विवाद निपटान के लिए स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसजीएफआई) ने इस बार एज वेरिफिकेशन टेस्ट (एवीटी) रिपोर्ट अनिवार्य किया है। आने वाले दिनों में स्कूली खेलकूद प्रतियोगिताएं आरंभ होनी हैं। इसकी तैयारियां चल रही हैं।

    इसके मद्देनजर एसजीएफआई की ओर से खेल संहिता को कड़ाई के साथ पालन कराने पर जोर दिया गया है। एवीटी में अन्य शैक्षणिक और आयु प्रमाण पत्र के साथ चिकित्सकों द्वारा प्रमाणित रिपोर्ट भी प्रस्तुत करनी होगी। एसजीएफआइ की ओर से सभी संबंधित खेल इकाइयों को खेलों में आयु फ्रॉड मिलने पर डोपिंग की तरह प्रतिबंध तक लगाने की चेतावनी दी गई है।

    तीन चिकित्सकों की रिपोर्ट होगी संलग्न

    एवीटी में जनरल फिजिशियन, दंत चिकित्सक और रेडियोलोजिस्ट की जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करना होगा। इसमें रेडियोलाजिस्ट जहां कोहनी, कंधा, कलाई के साथ, कूल्हे आदि की जांच और एक्स-रे रिपोर्ट दर्ज करेंगे। वहीं, एमआरआई और सीटी स्कैन की रिपोर्ट भी आवश्यकता अनुसार लगाने होंगे। वहीं, दंत चिकित्सक दाएं और बाएं दांतों की स्थिति, जाड़ की स्थिति, दांत टूटे हैं या नहीं, दंत एक्स-रे रिपोर्ट आदि की जानकारी देनी होगी।

    जनरल फिजिशियन अपनी रिपोर्ट में हाइट, वजन, छाती का घेरा, नाभि के स्तर पर पेट की परिधि, शरीर विकास सूचकांक (बीडीआई), सांस लेने की स्थिति, पुरुषों में बांह की कलाई, महिलाओं में मिड थाय की स्थिति, आवाज का कर्कश होना आदि की जांच रिपोर्ट दर्ज करेंगे। खेलों में आयु के जरिये धोखाधड़ी पर अंकुश लगाने के लिए आयु फ्रॉड के राष्ट्रीय कोड को सख्ती से लागू करने पर जोर दिया है।

    वैसे तो प्रतियोगिताओं में छोटे मोटे आरोप प्रत्यारोप लगते ही रहते हैं, लेकिन कम आयु दिखाकर बड़े खिलाड़ियों को खिलाने की शिकायतें अक्सर आती रहती हैं। जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, संबंधित शिक्षण संस्थान द्वारा जारी प्रमाण पत्र के आधार पर पहचान करते हैं। अब एसजीएफआई द्वारा एवीटी रिपोर्ट लगाने के निर्देश को भी सख्ती से पालन किया जाएगा। इससे पक्ष और विपक्ष में विवाद की स्थिति से बचाव हो सकेगा। खेल कैलेंडर जारी करते वक्त एवीटी रिपोर्ट की अनिवार्यता के बारे में भी निर्देश दिए जाएंगे। - भूपेंद्र यादव, सहायक शिक्षा खेल अधिकारी, रेवाड़ी