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    दर्दनाक: मांझे से कटी गर्दन की नसें, 9 साल की बच्ची की मौत से परिवार में मचा कोहराम

    Updated: Tue, 29 Jul 2025 03:37 PM (IST)

    रेवाड़ी में तीज के त्योहार पर पतंगबाजी के दौरान एक दर्दनाक हादसा हुआ। 9 साल की बच्ची की जानलेवा मांझे से गर्दन की नसें कटने से मौत हो गई। बच्ची अपने ताऊ के साथ बहन की सगाई से लौट रही थी। अत्यधिक रक्तस्राव के कारण उसे बचाया नहीं जा सका। परिजनों ने पोस्टमार्टम और पुलिस में शिकायत करने से इनकार कर दिया। इस घटना से पूरे इलाके में शोक है।

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    रेवाड़ी में जानलेवा मांझे ने 9 साल की इकलौती बेटी की जान ले ली। जागरण

    जागरण संवाददाता, रेवाड़ी। तीज के त्योहार पर हुई पतंगबाजी में जानलेवा मांझे की वजह से 9 साल की मासूम बच्ची की गर्दन की एक साइड की चार नसें कटने से मौत हो गई। हादसा शहर के भाड़ावास रोड पर जाटूवास के पास हुआ।

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    वहीं, हादसे के समय बच्ची अपने ताऊ के साथ बाइक पर बहन के सगाई कार्यक्रम में शामिल होने के बाद वापस घर आ रही थी। बच्ची को दो अलग-अलग अस्पतालों में भी ले जाया गया लेकिन, अत्यधिक रक्तस्राव होने से उसे बचाया नहीं जा सका। हालांकि, परिजनों ने बच्ची के शव का पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया। साथ ही परिजन की तरफ से पुलिस में भी कोई शिकायत नहीं दी गई।

    दरअसल, शहर में लकड़ी के कारोबार की दुकान चलाने वाले मोनू के परिवार परशुराम कॉलोनी में रहता है। रविवार को रिश्ते में उसकी भतीजी का सगाई का कार्यक्रम कसौला चौक स्थित एक होटल में था।

    मोनू के अलावा परिवार के सभी सदस्य इस कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। उसकी इकलौती बेटी रिशु अपने ताऊ सोनू के साथ बाइक पर कार्यक्रम से शाम छह बजे घर लौट रही थी। रिशु बाइक पर आगे बैठी हुई थी।

    इसी दौरान रास्ते में जाटूवास के पास आगे बैठी रिशु की गर्दन में जानलेवा मांझा उलझ गया। देखते ही देखते अत्यधिक रक्तस्राव होने लगा और ताऊ सोनू की गोद में बच्ची तड़पने लगी। पहले अनाज मंडी के पास एक निजी अस्पताल में ले जाया गया लेकिन, हालत गंभीर होने पर उसे पुष्पांजलि अस्पताल लाया गया। 

    बताया गया कि अत्यधिक रक्तस्राव होने के कारण चिकित्सकों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। सूचना के बाद पुलिस अस्पताल पहुंची लेकिन, परिजनों ने पुलिस को कोई शिकायत नहीं दी। साथ ही बच्ची के शव का पोस्टमार्टम कराने से भी मना कर दिया। इस हादसे के बाद परिजन ही नहीं बल्कि पूरी कॉलोनी के लोग सदमे में है।