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    जलजमाव का जायजा लेने हवाई चप्पल पहन घुटनों तक पानी में उतरे डीसी, लोग बोले- अधिकारी हो तो ऐसा

    By Mangal YadavEdited By:
    Updated: Mon, 19 Jul 2021 07:48 PM (IST)

    शहर में जलभराव के कारण बिगड़ती स्थिति को संभालने के लिए आखिरकार उपायुक्त यशेंद्र सिंह को खुद ही सड़कों पर निकलना पड़ा। पैरों में हवाई चप्पल पहनकर जींस ...और पढ़ें

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    रेवाड़ी। मॉडल टाउन में जलभराव का जायजा लेते उपायुक्त यशेन्द्र सिंह(प्रथम पंक्ति में बाएं से दूसरे)व अन्य अधिकारी।

    रेवाड़ी, जागरण संवाददाता। मानसून की जोरदार बारिश ने शहर में जलनिकासी व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। सोमवार को पूरा शहर जलमग्न नजर आया। शहर में जलभराव के कारण बिगड़ती स्थिति को संभालने के लिए आखिरकार उपायुक्त यशेंद्र सिंह को खुद ही सड़कों पर निकलना पड़ा। पैरों में हवाई चप्पल पहनकर, जींस को ऊपर चढ़ाकर उपायुक्त यशेंद्र सिंह खुद ही घुटनों तक भरे पानी में उतर गए।

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    जिला के मुखिया ने ही सड़कों पर उतरकर यह हिम्मत दिखाई तो उन अधिकारियों के चेहरे भी शर्म से लाल हो गए जिनको जलनिकासी के प्रब्रंध समय पर करने के आदेश दिए गए थे। उपायुक्त ने जलभराव के बीच ही अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई और उनको आदेश दिए कि पानी निकासी की व्यवस्था तुरंत प्रभाव से की जाए।

    जहां जलभराव, वहीं रुकवाई कार

    वाट्सएप एवं फेसबुक पर उपायुक्त शहर के दयनीय हालातों को लगातार देख रहे थे। दोपहर बाद उन्होंने तमाम अधिकारियों को अपने कार्यालय बुला लिया तथा साथ लेकर शहर का निरीक्षण करने के लिए निकल पड़े। उपायुक्त ने कार में से जहां भी जलभराव देखा वहीं पर नीचे उतर गए। पानी कितना भरा हुआ है यह जानने के लिए वह खुद ही पानी में उतर गए। जब उपायुक्त ही पानी में उतर गए तो साथ-साथ अधिकारियों को भी चलना पड़ा।

    उपायुक्त ने अनाजमंडी, महाराणा प्रताप चौक, शिव चौक, बस स्टैंड, बीएमजी माल, धारूहेडा चुंगी, नागरिक अस्पताल, राव तुलाराम चौक सहित पूरे सरकुलर रोड का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जहां भी पानी भरा है पंप सेट की मदद से उसे निकाला जाए। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि किसी भी वक्त स्थिति नाजुक हो सकती है इसलिए कोई भी अधिकारी व कर्मचारी बिना अनुमति के स्टेशन नहीं छोड़ेगा।

    डीसी को चप्पल में देखकर लोग बोले: अधिकारी हो तो ऐसा

    जब कभी भी संकट का दौर आया है उपायुक्त यूं ही चप्पल पहनकर भी शहर में निकले हैं। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान जब आक्सीजन संकट गहराया था तो डीसी यूं ही चप्पलों में आक्सीजन प्लांट से लेकर अस्पतालों तक में पहुंच गए थे। अब जलभराव की स्थिति का जायजा लेने के लिए भी जब वह खुद ही चप्पल पहनकर व जींस ऊपर करके पानी में घुस गए तो लोग भी यह कहे बगैर रह न सके कि अधिकारी हो तो ऐसा। लोगों का कहना है कि उपायुक्त जितनी कर्तव्यनिष्ठा अगर अन्य अधिकारियों में भी आ जाए तो शहर को यूं परेशानियों से न जूझना पड़े।