जानिये- हरियाणा के पूर्व सीएम राव बिरेंद्र सिंह की पोती के बारे में, जो जल्द संभालेंगी राजनीतिक कमान
Haryana Politics हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री राव बिरेंद्र सिंह की पोती आरती राव भी दक्षिण हरियाणा में पूरी धमक के साथ राजनीतिक में कदम रखने जा रही हैं। पिता और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के बेटी फिलहाल राजनीति के गुर सीखने में समय दे रही हैं।

रेवाड़ी [महेश कुमार वैद्य]। विरासत की सियासत। भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य आरती राव अपने दादा पूर्व मुख्यमंत्री राव बिरेंद्र सिंह और पिता केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की राजनीतिक विरासत संभालने के लिए कदम बढ़ाने जा रही है। आरती के कार्यकर्ता सम्मेलनों का आगाज आगामी 26 फरवरी को नांगल चौधरी विधानसभा क्षेत्र से होगा। पहला कार्यकर्ता सम्मेलन नायन गांव में होगा। इसके बाद आरती अहीरवाल के अन्य विधानसभा क्षेत्रों में भी दादा व पिता के समर्थकों से सीधा संवाद करेंगी। राव इंद्रजीत बेटी को राजनीति के गुर सिखा चुके हैं। पिता के गुरुमंत्र के बल पर ही आरती अकेले दम पर मैदान में उतर रही हैं।
चुनावी दौर की छोटी सभाओं को छोड़ दें तो ऐसा पहली बार होगा, जब बड़े आयोजन में आरती अपने पिता राव के साथ मंच साझा करने की बजाय खुद बतौर मुख्य वक्ता मंच संभालेंगी। यह राव इंद्रजीत सिंह की रणनीति है। बेटी की स्वीकार्यता बढ़ाने व अपने समर्थकों तक उनकी सीधी पहुंच सुनिश्चित करने के लिए आरती को पूरे अहीरवाल में भेजा जाएगा।
पोस्टर-बैनर से समग्र संदेश
आरती राव के कार्यकर्ता सम्मेलन के लिए इंटरनेट प्लेटफार्म व अन्य माध्यमों से जो प्रचार सामग्री तैयार करवाई गई है, उससे समग्र संदेश दिया जा रहा है। राव बिरेंद्र की तीसरी पीढ़ी का संदेश यह है कि अपनी पार्टी भाजपा को पूरा सम्मान दिया जाएगा, मगर अपने पूर्वजों को भी राजनीति में उतने ही आदर से याद किया जाएगा। पोस्टर-बैनर में एक ओर जहां भाजपा के शीर्ष नेताओं की फोटो है, वहीं पूर्वज राजा राव तुलाराम व राव बिरेंद्र सिंह को भी सम्मान से याद किया गया है।
नांगल चौधरी से बड़ा संदेश
नांगल चौधरी में आरती के पहले कार्यक्रम के राजनीतिक निहितार्थ भी हैं। दूसरी बार चुनाव जीतने के बाद नांगल चौधरी से भाजपा विधायक डा. अभय सिंह को राव इंद्रजीत के विरोधियों में गिना जाने लगा है। वह राव के निशाने पर है। आरती के नांगल चौधरी से विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चा भी इसी कारण है, मगर राव इंद्रजीत सिंह जिस तरह रेवाड़ी विधानसभा क्षेत्र में सक्रियता बढ़ाए हुए है, उसे देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि मौका लगने पर राव बेटी के लिए रेवाड़ी को ही प्राथमिकता देंगे। बहरहाल अटकलबाजी बेशक लंबे समय तक चलेगी, मगर अनुमान है कि राव अब बतौर कैप्टन खुद बैकफुट पर रहकर बेटी को फ्रंटफुट पर बैटिंग के लिए भेजेंगे।
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