रेवाड़ी से गुजरने वाला हाईवे बना मौत का अड्डा! 20 से ज्यादा लोगों की मौत, आधिकारिक बयान में आई सफाई
रेवाड़ी जिले के राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर बने अवैध कट जानलेवा साबित हो रहे हैं। दिल्ली-जयपुर हाईवे पर कापड़ीवास से खेड़ा तक 20 से अधिक अवैध कट ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी। जिले से गुजरने वाले राष्ट्रीय व राज्य राजमार्गों पर लोगों द्वारा सुविधा के लिए बनाए गए अवैध कट लोगों की जान के लिए जानलेवा साबित हो रहे हैं। पिछले कुछ सालों में इन कटों पर शॉर्टकट लेने के प्रयास में कई हादसे हो चुके हैं।
कई लोगों की इन अवैध कटों को पार करते समय मौत भी हो चुकी है। आए दिन हो रहे हादसों से सबक लेना तो दूर प्रशासन इन क्षेत्रों में सुरक्षा के उपाय भी नहीं कर पा रहा है। अकेले दिल्ली-जयपुर हाईवे पर ही जिले की सीमा में कापड़ीवास बॉर्डर से जयसिंहपुर खेड़ा तक 45 किलोमीटर की दूरी में करीब 20 अवैध कट बनाए गए हैं। अवैध या शॉर्टकट लेने के प्रयास में अब तक 20 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 48, रेवाड़ी से जैसलमेर व रेवाड़ी से रोहतक हाईवे रेवाड़ी से होकर गुजरते हैं। इसके अलावा गुरुग्राम वाया पटौदी-रेवाड़ी को भी राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किया जा चुका है। रेवाड़ी-लोहारू, रेवाड़ी-सोहना राज्य राजमार्ग भी रेवाड़ी से होकर गुजरते हैं।
इन सबके बीच राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 48, राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 11 व 71 पर आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। दुर्घटनाओं का मुख्य कारण तकनीकी के साथ-साथ स्थानीय लोगों द्वारा सुविधा के लिए बनाए गए कट भी हैं।
डीसी ने दिए एफआईआर दर्ज करने के आदेश
हर तीन माह में होने वाली सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में उपायुक्त ने अवैध कट बनाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। हालांकि एनएचएआई द्वारा कई स्थानों पर अवैध कट बंद करवाए गए हैं, लेकिन कुछ समय बाद लोगों ने अपनी सुविधा के अनुसार फिर से अवैध कट बना लिए हैं।
गांव कापड़ीवास से खेड़ा बॉर्डर तक एक दर्जन से अधिक मौत के कट बन चुके हैं। इन कटों के कारण सैकड़ों घरों का चिराग बुझ चुका है। इससे न तो लोगों ने सबक लिया और न ही हाईवे अथॉरिटी की ओर से कोई कदम उठाया गया।
कापड़ीवास, बेस्टेक मॉल, आसलवास, निखरी, बावल, ओढ़ी के पास कई ऐसे कट हैं, जहां पर आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। इसके साथ ही राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-71 पर भी अवैध कटों के कारण लोग दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं। बंबड़, रामगढ़-भगवानपुर यूनिवर्सिटी रोड, बीकानेर के पास टोल टैक्स से पहले कट और एनएच-71 पर पाल्हावास समेत कई कटों के कारण हादसे हो रहे हैं।
मई में हुए 32 सड़क हादसे
यहां हर दिन सड़क हादसे होते हैं। अगर मई की बात करें तो एक महीने के अंदर 32 सड़क हादसे हुए। इसमें नेशनल हाईवे नंबर आठ पर स्थित कसौला थाने में 8, बावल में 6, धारूहेड़ा में 8 और नेशनल हाईवे नंबर-71 पर स्थित रोहड़ाई थाने में तीन और सदर में दो हादसे दर्ज हुए। इसके साथ ही रेवाड़ी-बीकानेर नेशनल हाईवे पर स्थित खोल थाने में तीन और रामपुरा में दो मामले दर्ज हुए। इनमें से कई मामलों में मौतें भी हो चुकी हैं।
पुलिस सतर्कता बरतने का पूरा प्रयास करती है। अधिकांश कट बंद करवा दिए गए हैं। फिर जानबूझ कर कट लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। ऐसे लोगों के चालान भी काटे जा रहे हैं। इसके अलावा पुलिस की ओर से वाहन चालकों को जागरूक भी किया जा रहा है।
-विनोद शंकर, डीएसपी ट्रैफिक, रेवाड़ी

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