Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    नया मोबाइल नहीं दिलाया तो 13 साल के बच्चे ने लगा ली फांसी, पांच दिन पहले ही मनाया था बर्थडे

    By Jagran NewsEdited By: Monu Kumar Jha
    Updated: Sat, 17 May 2025 06:20 PM (IST)

    रेवाड़ी के चौधरीवाड़ा मोहल्ले में 13 वर्षीय बच्चे ने नया मोबाइल न मिलने पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस जांच में पता चला कि बच्चा कई दिनों से नया मोबाइल दिलाने की जिद कर रहा था जिस पर परिजनों ने उसे डांटा था। बच्चे ने रिश्तेदार के यहां से लौटने के बाद कमरे में बंद होकर यह कदम उठाया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया।

    Hero Image
    कन्हैया के घर के बाहर मौजूद आसपास के लोग। जागरण

    जागरण संवाददाता, रेवाड़ी। शहर के मोहल्ला चौधरीवाड़ा में 13 साल के बच्चे ने अपने घर में ही फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस की प्रारंभिक जांच में आत्महत्या की जो वजह सामने आई वह यह है कि बच्चा कई दिनों से नया मोबाइल दिलाने की जिद कर रहा था। जिस पर उसे स्वजन ने डांट भी दिया था।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पांच दिन पहले 12 मई को ही स्वजन ने उसका जन्मदिन मनाया था। मगर यह किसी को मालूम नहीं था कि वह मोबाइल नहीं दिलाने की जिद करने पर डांटे जाने से इतना बड़ा कदम उठा लेगा। शहर थाना पुलिस ने सामान्य कार्रवाई करते हुए शनिवार को शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद स्वजन को सौंप दिया है।

    रोजाना की तरह शुक्रवार को भी घर में खुशनुमा माहौल

    चौधरीवाड़ा में रहने वाला कालीचरण उर्फ कालू दिल्ली से सामान लाकर शहर की दुकानों पर सप्लाई करता है। उसका बेटा कन्हैया (13) शहर के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय (बाल) में छठीं कक्षा में पढ़ता था। कालीचरण की छह साल की एक बेटी लक्ष्मी भी है।

    रोजाना की तरह शुक्रवार को भी घर में खुशनुमा माहौल था। मगर रात के वक्त कुछ घंटों के भीतर घर में चीख-पुकार और कोहराम मच गया। वजह कालीचरण के बेटे कन्हैया द्वारा आत्महत्या कर लेना रहा।

    परिवार के ही सदस्य दीपक ने बताया कि वह कई दिनों से नया मोबाइल दिलाने की जिद कर रहा था। इस पर उसे स्वजन ने डांट दिया। इसके कुछ देर बाद कन्हैया पास में ही स्थित अपने रिश्तेदार के यहां चला गया। रात दस बजे वह वापस घर आया।

    घटना के बाद पुलिस को दी सूचना

    घर की पहली मंजिल पर उसकी मां और नीचे एक कमरे में पिता कालीचरण मौजूद थे। घर आकर उसने एक कमरे में खुद को बंद कर लिया। माता-पिता को कन्हैया को डांटने से नाराज होने का आभास तो हुआ लेकिन वह इतना बड़ा कदम उठा लेगा यह उन्हें कतई मालूम नहीं था।

    दीपक ने बताया कि जब कन्हैया की मां खुशबू रात साढ़े दस बजे पहली मंजिल पर टहल रही थी तो लोहे के जाल के समीप पहुंचने पर नीचे वाले कमरे के जंगले से कन्हैया को फंदे पर लटका हुआ देखा। उसने तुरंत शोर मचाया।

    आसपास के घरों में रहने वाले लोग मौके पर पहुंचे और किसी तरह कमरे का दरवाजा खोला। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस के पहुंचने के बाद स्वजन उसे फंदे से नीचे उतार ट्रामा सेंटर लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

    मोबाइल नहीं दिलाने की बात सामने आई: एसएचओ

    शहर थाना प्रभारी रतन लाल ने बताया कि मामले में सामान्य कार्रवाई करते हुए शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद स्वजन को सौंप दिया है। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि वह कई दिनों से नया मोबाइल दिलाने की जिद कर रहा था। पैसे की तंगी के चलते स्वजन ने मोबाइल नहीं दिलाया। पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजन को सौंप दिया है। मामले की जांच की जा रही है।

    comedy show banner
    comedy show banner