आम जन का भरोसा जीते विधिक सेवा प्राधिकरण: वर्षा जैन
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से मंगलवार को न्यायिक परिसर में रोल आफ जर्नलिस्ट विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। आयोजित कार्यशाला में विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव वर्षा जैन विशेष तौर पर मौजूद रहीं।

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से मंगलवार को न्यायिक परिसर में रोल आफ जर्नलिस्ट विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। आयोजित कार्यशाला में विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव वर्षा जैन विशेष तौर पर मौजूद रहीं। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बहुत अच्छा काम कर रही है। इस काम को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाना है ताकि लोग जागरूक हो व कानूनी सेवा के लिए प्राधिकरण तक पहुंच सके। प्राधिकरण का भी दायित्व है कि वह आने वाले लोगों को न्याय दिलाकर उनका विश्वास अर्जित करें।
इस अवसर पर मौजूद वरिष्ठ पत्रकारों ने भी अपने विचार रखे। पत्रकारों ने कहा कि जिस तरह बीमार व्यक्ति सर्वश्रेष्ठ चिकित्सक का चयन इस आधार पर करता है कि उसे निश्चित रूप से अपनी बीमारी से मुक्ति मिलेगी उसी प्रकार अधिवक्ताओं पर भी उन्हें पूरा भरोसा होता है कि वह उन्हें न्याय की लड़ाई जितवाएंगे। इसके लिए सबसे बड़ी जरूरत है कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को लोगों का विश्वास जीतने की आवश्यकता है। लोग तब खुद चलकर आएंगे जब उन्हें न्याय दिलाने में प्राधिकरण के वकील अपनी बौद्धिक क्षमता का शत प्रतिशत उपयोग करेंगे। वक्ताओं ने कहा कि जिन निर्धन लोगों को प्राधिकरण के माध्यम से न्याय मिलता है उन लोगों की कहानियां आम जन तक पहुंचाई जाए ताकि अन्य लोगों को प्राधिकरण की ओर से मिलने वाली सेवा के बारे में जानकारी मिल सके। एक घंटे से अधिक चली इस विचार गोष्ठी में मीडिया की भूमिका पर वक्ताओं ने सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के प्रयासों को मीडिया के सहयोग से आमजन तक पहुंचाने के सुझाव दिए। वक्ताओं ने कहा कि आज हम ऐसी संस्कृति की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं, जिसके कारण सामाजिक ताना बाना बिगड़ता जा रहा है। मां माम हो गई है और पिता पोप। होटल में बने भोजन की तो तारीफ करते हैं लेकिन घर में मां- पत्नी- बहन के हाथों से बने भोजन की नहीं। यह आत्म मंथन का समय है। इस मौके पर अधिवक्ता नितेश अग्रवाल, पैनल अधिवक्ता हरीश कुमार, यशपाल शर्मा, ललिता भारती, भारती अरोड़ा, अमित कुमार, अनिल शर्मा, राजेश कसाना, भूपेन्द्र शर्मा सहित अन्य अधिवक्ता मौजूद रहे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।