एक माह बाद भी खत्म नहीं हुई किसानों की लाइन
जिले में पिछले एक माह से डीएपी खाद के लिए चल रही मारामारी अभी भी बरकरार है।

जागरण संवादाता, रेवाड़ी: जिले में पिछले एक माह से डीएपी खाद के लिए चल रही मारामारी अभी भी बरकरार है। सरसों की बोआई होने के बाद अब किसानों को गेहूं की बिजाई के लिए डीएपी की चिता सता रही है। बुधवार को भी बड़ी संख्या में किसान डीएपी खाद लेने के लिए इफको केंद्र पर पहुंच थे, लेकिन उन्हें खाद नहीं आने की बात कहकर वापस जाने की बात कही। इससे किसान भड़क गए तथा उपायुक्त यशेंद्र सिंह से उनके कार्यालय में मुलाकात करने पहुंच गए। उसके पश्चात किसानों को निजी बिक्री केंद्र से डीएपी खाद दिलवाई गई। वहीं कुछ किसानों ने इफको केंद्र में खाद आने के बाद भी वितरण नहीं करने का आरोप लगाया है।
लाइन में गुजर रहा है किसानों का अधिकांश समय: सरसों की सही बिजाई का समय निकलने के बाद गेहूं की बिजाई शुरू हो गई है। अब किसानों को गेहूं की बिजाई के लिए डीएपी की चिता सता रही है, जिसके चलते किसान सुबह चार बजे से ही लाइनों में आकर लग रहे हैं। वहीं काफी संख्या में किसान रात को ही लाइनों में आकर लग जाते हैं। इसके कारण अधिकांश किसानों का समय लाइनों में ही गुजर रहा है। सरकारी केंद्रों पर पिछले करीब एक पखवाड़े से डीएपी खाद नहीं आने के कारण किसानों की परेशानी दोगुनी हो गई है। अब दीवाली के बाद ही इफको केंद्र पर डीएपी खाद आने की उम्मीद है, जिसके बाद ही किसानों को राहत मिल सकती है। वहीं सहकारी समिति से मिली जानकारी के अनुसार बृहस्पतिवार तक 500 कट्टे खाद के पहुंच जाएंगे। शुक्रवार से किसानों को खाद का वितरण शुरू कर दिया जाएगा।
यूरिया के लिए भी लग रही हैं भीड़: सरसों की फसल में सिचाई शुरू हो चुकी है। इसके चलते अब डीएपी के साथ-साथ बिक्री केंद्रों पर यूरिया के लिए भी लाइनें लग रही हैं। किसानों को डर है कि कहीं डीएपी की तरह यूरिया की किल्लत न आ जाए। इसलिए किसानों ने यूरिया की खरीदारी भी शुरू कर दी है। पहले किसान सरसों और गेहूं में सिचाई करने से एक-दो दिन पूर्व ही यूरिया लेकर जाते थे। डीएपी नहीं मिलने के कारण सरसों की बोआई के लिए समय निकल गया है अब गेहूं के लिए भी खाद नहीं मिलने के कारण परेशानी हो रही है। दो-दो सप्ताह तक सरकारी केंद्रों पर खाद नहीं आना विभागीय सुस्ती को दर्शा रहा है।
- ब्रह्मप्रकाश, खरखड़ी
सरसों की पछेती बिजाई के लिए दो-तीन दिनों का समय बचा हुआ है, लेकिन खाद नहीं मिलने से अब चिता हो रही है। किसानों की परेशानी को देखते हुए सरकार को अतिरिक्त व्यवस्था करनी चाहिए।
- सुनील कुमार, रोहड़ाई शुक्रवार तक इफको केंद्र पर डीएपी खाद आने की उम्मीद है। खाद आते ही किसानों को दी जाएगी। वहीं हमारे पास यूरिया पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है, किसान यूरिया के विकल्प के तौर पर नैनो यूरिया का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। फसलों में इसके अच्छे परिणाम मिले हैं।
- आशीष पंवार, क्षेत्रीय अधिकारी इफको
जिले में चार व सात को बंद रहेंगे खाद बिक्री केंद्र
जिले में बृहस्पतिवार और रविवार को सार्वजनिक अवकाश होने के चलते खाद बिक्री केंद्र बंद रहेंगे। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक बलवंत सिंह ने बताया कि चार नवंबर को दीपावली और सात नवंबर को रविवार को सार्वजनिक अवकाश के चलते जिले में खाद बिक्री केंद्र बंद रहेंगे।

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