रेवाड़ी में डेंगू का कहर, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर
रेवाड़ी में डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है, जहां सोमवार को चार नए मामले सामने आए और कुल संख्या 258 हो गई। स्वास्थ्य विभाग ने प्रभावित क्षेत्रों में निरीक्षण किया और लोगों को जागरूक किया। अधिकारियों ने पानी जमा होने से रोकने और एहतियात बरतने की सलाह दी है। पिछले साल की तुलना में इस साल संक्रमण की दर अधिक है।

रेवाड़ी में डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है, जहाँ सोमवार को चार नए मामले सामने आए और कुल संख्या 258 हो गई।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी। सुबह-शाम हल्की ठंड के बीच भी डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। सोमवार को चार नए मामले सामने आए, जिससे इस सीजन में डेंगू के कुल मामलों की संख्या 258 हो गई है। शहर में अब तक के सबसे ज़्यादा मामले सामने आए हैं, जिससे कुल मामलों की संख्या 115 हो गई है। सोमवार को जिले में 28 लोगों के सैंपल भी लिए गए। राहत की बात यह है कि अभी तक इस संक्रमण से किसी की मौत नहीं हुई है।
डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए, विभाग ने मोहल्ला बास सीताबराय, नई बस्ती, विकास नगर समेत कई इलाकों का दौरा किया और घरों, पानी से भरे कूलरों, पानी के कंटेनरों, पशुओं के पानी के कंटेनरों, रेफ्रिजरेटर और गमलों का निरीक्षण किया। उन्हें खाली भी किया और मच्छर भगाने वाली दवा का छिड़काव भी किया।
स्वास्थ्य निरीक्षक हरिप्रकाश ने बताया कि अगर किसी घर में एक से ज़्यादा बार मच्छरों के लार्वा पाए जाते हैं, तो मलेरिया और डेंगू के मामलों को रोकने के लिए चेतावनी नोटिस जारी किए जाते हैं। इसके अलावा, वे लोगों के स्वास्थ्य की जानकारी ले रहे हैं और अगर उन्हें कोई संभावित लक्षण दिखाई देते हैं, तो उन्हें दवा भी दी जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, अब तक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बावल में 49, खोल में 45, मीरपुर में 26, गुरावड़ा में 12 और नाहड़ में 11 डेंगू के मामले सामने आ चुके हैं। पिछले साल पूरे साल में 411 डेंगू के मामले सामने आए थे। हालाँकि, इस बार डेंगू संक्रमण की दर कहीं ज़्यादा है। अगस्त के आखिरी हफ्ते में डेंगू के मामलों में बढ़ोतरी शुरू हुई और अब तक रोज़ाना डेंगू के मामले मिल रहे हैं। सितंबर में यह दर कहीं ज़्यादा थी।
डेंगू के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इसलिए लोगों को एहतियात बरतने की ज़रूरत है। जिन जगहों पर पानी जमा हो, उन्हें हफ़्ते में एक दिन पूरी तरह सूखा रखें। मलेरिया या डेंगू संक्रमण के मामले मिलने पर विभाग फॉगिंग करवा रहा है।
-डॉ. अमित यादव, उप-सिविल सर्जन एवं मलेरिया उन्मूलन नोडल अधिकारी।
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