शक्ति रूपेण संस्थिता: दुर्गा मंदिर बारा हजारी
मोहल्ला बारा हजारी स्थित मा दुर्गा मंदिर प्राचीनतम मंदिरों में से एक है। इस मंदिर में प्रतिदिन ...और पढ़ें

मोहल्ला बारा हजारी स्थित मा दुर्गा मंदिर प्राचीनतम मंदिरों में से एक है। इस मंदिर में प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते है। नवरात्र पर इस मंदिर का आकर्षण और बढ़ जाता है। नवरात्र में दूर-दूर से श्रद्धालु मंदिर पहुंचते है।
इतिहास:
मंदिर के इतिहास को लेकर श्रद्धालुओं की अपनी अपनी धारणा है। इसका कोई लिखित इतिहास नहीं होने के कारण श्रद्धालु अपने अनुभव के आधार पर इसके इतिहास के बारे में बताते हैं। लोगों का कहना है कि जिस जगह मंदिर बना हुआ है वहां वर्षों पहले छोटा सा मंदिर था। कहा जाता है कि इसमें देवी मां की प्रतिमा स्थापित थी। साल दर साल इस मंदिर का विस्तार होता गया और आज यह विशाल रूप में स्थापित हैं। कहा जाता है कि जिस दिन मंदिर के नये भवन में प्रतिमा स्थापित की गई उसमें जोरदार बारिश हुई थी। इससे पहले क्षेत्र में लगभग सूखे की स्थिति थी।
मंदिर की विशेषता:
मंदिर में मां दुर्गा की भव्य मूर्ति स्थापित है। यहां नवदुर्गा, राधा-कृष्ण, हनुमान जी महाराज, शिवालय आदि की मूर्तियां स्थापित हैं। मंदिर के मुख्य दरबार में मां दुर्गा की शेर पर सवारी वाली भव्य मूर्ति स्थापित है तथा मूर्ति के सामने विशाल सभागार है जहां एक साथ सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु एक साथ प्रार्थना कर सकते हैं।
ऐसे पहुंचे मंदिर:
मोहल्ला बारा हजारी में शहर के बीच में बने इस मंदिर में रेलवे स्टेशन और बस अड्डा से आसानी से पहुंचा जा सकता है। मंदिर से बस स्टैंड की दूरी लगभग डेढ़ किलोमीटर व रेलवे स्टेशन की दूरी दो लगभग दो किलोमीटर है। यहां निजी वाहन और ऑटो से आसानी से पहुंच सकते हैं।
----------
मैं इस मंदिर में पिछले 20 वर्षों से नियमित रूप से आ रहा हूं। दिल से मांगी दुआ यहां कुबूल होती है। मन को शांति मिलती है। सच्चे दिल से जो मांगा वह मां के दरबार से निराश नहीं हुआ।
रमेश यादव, श्रद्धालु, नया गांव दौलतपुर।
------------
मंदिर में आने वाला प्रत्येक श्रद्धालु कभी निराश होकर नहीं लौटा। नवरात्र पर यहां ज्यादा भीड़ रहती है। 21 सितंबर को कलश पूजन के साथ दिल्ली के झंडेवालान से आने वाली ज्योत का भव्य स्वागत किया जाएगा। इसके बाद प्रतिदिन सुबह पूजन और शाम को 7:30 बजे आरती होगी। इस दौरान दोपहर को 3 बजे से पूरे नवरात्र के दौरान महिला मंडल की ओर से कीर्तन होगा। 29 सितंबर को नवमी पर हवन के बाद प्रसाद वितरित किया जाएगा।
पं. नरेंद्र शर्मा, पुजारी।
------------------
मंदिर की व्यवस्था के लिए कमेटी गठित है। महेंद्र चक्रवर्ती मंदिर कमेटी के प्रधान हैं। नवरात्र को लेकर मंदिर कमेटी और श्रद्धालुओं के सहयोग से व्यवस्थापन की जिम्मेदारियां सौंपी गई है। वर्ष भर मंदिर में जीर्णोद्वार चलता रहता है। साल दर साल श्रद्धालुओं की बढ़ती आस्था के चलते वर्ष कर कोई न कोई आयोजन होता ही रहता है।
- कर्मवीर पसरीचा, मंदिर प्रबंधक

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।